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लॉकडाउन में एग लेयर फार्मिंग साबित हुआ मुनाफे का सौदा

गर्मियों में जहां अंडे की बिक्री काफी कम हो जाती है वहीं इस बार कोरोना को देखते हुए डॉक्टरों ने भी लोगों को अंडा खाने की सलाह दी थी जिसकी वजह से अंडों की बिक्री काफी तेज हो गई

Updated on: 10 Jun 2021, 04:59 PM

highlights

  • लॉकडाउन एग लेयर फार्मिंग के लिए मुनाफे का सौदा साबित हुआ
  • पिछले साल बर्डफ्लू की अफवाह से नुकसान झेलना पङा था

गोरखपुर:

कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश में तबाही मचा दी थी जिसके देश में कुछ गाइडलाइंस के साथ लॉकडाउन लगा दिया गया. लॉकडाउन के बाद देश में देजी से कोरोना वैक्सीनेशन भी शुरू किया गया जिसके बाद देश में कोरोना के मामलों में एक बार फिर कमी आई है. देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी लॉकडाउन लगाया गया था लेकिन अब यूपी पूरी तरह से अनलॉक की तैयारी कर चुका है लेकिन पहले 4 जिलें ऐसे थे जिनमें कोरोना के मामले 600 से अधिक होने के कारण उन्हें अनलॉक नहीं किया गया था है, इनमें से सीएम योगी आदित्यनाथ का गृहजनपद गोरखपुर, राजधानी लखनऊ, सहारनपुर और मेरठ जिले शामिल थे. 

वही 50 दिन से अधिक तक चले लॉकडाउन से तमाम लोगों को दिक्कतें हुई और करोड़ों रुपए का नुकसान भी लोगों को उठाना पड़ा है लेकिन यह लॉकडाउन एग लेयर फार्मिंग के लिए मुनाफे का सौदा साबित हुआ. गर्मियों में जहां अंडे की बिक्री काफी कम हो जाती है वहीं इस बार कोरोना को देखते हुए डॉक्टरों ने भी लोगों को अंडा खाने की सलाह दी थी जिसकी वजह से अंडों की बिक्री काफी तेज हो गई और इनके दाम आसमान छूने लगे हैं. एगलेयर फार्मिंग करने वाले गोरखपुर के 5000 से अधिक किसानों के पास इतना उत्पादन नहीं हो रहा है जितना डिमांड जारी है. इन किसानों का कहना है कि पिछले साल के लॉकडाउन और बर्डफ्लू की अफवाह से नुकसान झेलने के बाद पहली बार यह लॉकडाउन उनके व्यवसाय के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है और इसकी वजह से पिछला घाटा भी अब पूरा हो रहा है.

लेकिन अभी भी 7 बजे शाम से 7 बजे सुबह तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा. बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 797 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 2.85 लाख नमूनों की जांच की गई. रिकवरी रेट 97.1 फीसदी है. पॉजिटिविटी रेट 0.2 फीसदी है. प्रदेश में मंगलवार सुबह तक कोरोना के कुल सक्रिय मामले 14000 रह गए हैं. इनमें से 9,286 होम आइसोलेशन में हैं.