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बेकाबू कोरोना के चलते उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर अब एक साथ सिर्फ 5 लोगों को मिलेगा प्रवेश

कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बंदिशें लगा दी हैं. उत्तर प्रदेश में अब सभी धार्मिक स्थलों पर एक बार में केवल 5 लोगों को ही प्रवेश देने का फैसला किया है.

Updated on: 11 Apr 2021, 12:04 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश में कोरोना से बिगड़ती स्थिति
  • बेकाबू कोरोना के चलते सरकार सतर्क
  • धार्मिक स्थल पर अब सिर्फ 5 लोगों को प्रवेश

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में कोविड-19 महामारी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर विकराल रूप धारण करने लगी है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बंदिशें लगा दी हैं. उत्तर प्रदेश में अब सभी धार्मिक स्थलों पर एक बार में केवल 5 लोगों को ही प्रवेश देने का फैसला किया है. शनिवार को देर रात की समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने एक समय में एक धार्मिक स्थल में 5 से अधिक लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार का यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब अगले मंगलवार से नवरात्रि का त्योहार और बुधवार से रमजान का महीना शुरू होने जा रहा है.

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गौरतलब है कि लगातार चार दिन में दो हजार से ऊपर नए संक्रमित मामले उत्तर प्रदेश में मिलने से हालात गंभीर हो रहे हैं. यूपी में शनिवार को कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 12787 नए मामले सामने आए और 48 लोगों की मौत हो गई. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सर्विलांस, टेस्टिंग तथा ट्रैकिंग हो रही है. अभी तक 2,12,213 सैम्पल की जांच की गई, जो अब तक एक दिन में की गई कोविड टेस्टिंग में सर्वाधिक है.

राज्य में अब तक कुल 3,65,57,245 सैंपल की जांच की गई. इसमें लगभग 93,000 सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गई. विभिन्न जनपदों से आज 1,00,226 सैंपल भेजे गए. अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में फिलहाल 58,801 कोरोना के एक्टिव मामले हैं. इनमें से 32,900 लोग होम आइसोलेशन में हैं. निजी चिकित्सालयों में 991 मरीज अपना इलाज करा रहे हैं तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में नि:शुल्क इलाज भी करा रहे हैं.

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इस बीच राज्य की राजधानी में अस्पताल के बेड में भारी कमी को देखते हुए सरकार ने 3 अस्पतालों- एरा मेडिकल कॉलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज और इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज को समर्पित कोविड सुविधाओं में बदलने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल कम से कम 2,000 आईसीयू बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है और एक सप्ताह के भीतर 2,000 और बेड का इंतजाम करने के लिए कहा है. वहीं रविवार से बलरामपुर अस्पताल में 300 बेड वाली कोविड सुविधा भी शुरू होगी. जिला मजिस्ट्रेट को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि जिले के किसी भी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी न हो.

(इनपुट-आईएएनएस)