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डाक्टरों की सतर्कता और लोगों की सूझबूझ से महराजगंज में हारा कोरोना, अब एक भी संक्रमित नहीं

प्राशासनिक कार्यकुशलता और लोगों की सूझ-बूझ के कारण डाक्टरों की टीम के सुरक्षा चक्र ने 14 दिन बाद इस संक्रमण से विजय पा ली. सभी संक्रमित स्वस्थ्य हो गये. महराजगंज जिला कोरोना मुक्त हो गया.

Updated on: 19 Apr 2020, 03:57 PM

महाराजगंज:

Coronavirus (Covid-19) : उत्तर प्रदेश के महराजगंज (Maharajganj) में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की सर्तकता और लोगों की सूझबूझ से कोरोना (Corona) हार गया. जिले के कुम्हरिया बुजुर्ग के दो, बड़हरा इंद्रदत के एक, विशुनपुर कुर्थिया के दो, विशुनपुर फुलवरिया के एक पॉजिटिव मरीज को चार अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिठौरा जगदौर के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद से हड़कंप मच गया था, लेकिन प्राशासनिक कार्यकुशलता और लोगों की सूझ-बूझ के कारण डाक्टरों की टीम के सुरक्षा चक्र ने 14 दिन बाद इस संक्रमण से विजय पा ली. सभी संक्रमित स्वस्थ्य हो गये. महराजगंज जिला कोरोना (Coronavirus (Covid-19), Lockdown Part 2 Day 1, Lockdown 2.0 Day one, Corona Virus In India, Corona In India, Covid-19) मुक्त हो गया. महराजगंज के जिलाधिकारी डा़ उज्जवल कुमार ने बताया, "21 लोगों की मरकज में शामिल होंने की सूचना मिलते ही सभी को क्वारंटीन किया और उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे. जिसमें से तीन लोग पॉजिटिव पाए गए.

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तीन किलोमीटर के एरिया को सील कर दिया गया

इसके तुरंत बाद पूरे तीन किलोमीटर के एरिया को सील कर दिया गया. वो लोग जिससे मिले थे, उन्हें क्वारेंटीन किया गया. साथ ही पूरे तीन किलोमीटर के इलाके में सेनिटाइजेशन का काम किया गया. पूरे इलाके में सर्वे करने के लिए 90 टीमों का गठन किया गया. इस दौरान 7154 घरों का सर्वे किया गया और 39,686 लोगों की स्क्रीनिंग कराई गई. जिन 6 लोगों को पॉजिटिव पाया गया. उन सभी को 30 बेड के कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया."जिला के मुख्य चिकित्साधिकारी डा़ अशोक श्रीवास्तव ने बताया, "हमारे जिले में टीम वर्क के रूप में इस टास्क को लिया गया. तीन चरणों में डाक्टरों की ड्यूटी लगायी जाती थी. सुबह 6 बजे से दोपहर तक नौ लोगों का स्टॉफ रहता था. दूसरे चरण दो बजे रात 10 बजे तक होता था." 

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अस्पताल को डाक्टरों के आने से पहले सैनिटाइज किया जाता है

उन्होंने बताया, "हम लोग इस बीमारी से पूर्णतय सचेत थे. जिस कारण विजय मिली. हर रोज अस्पताल को डाक्टरों के आने से पहले सैनिटाइज किया जाता है. इसके अलावा भर्ती मरीज के भोजन-नास्ते का पूरा ध्यान रखा जाता है. मरीजों को डाक्टरों की निगरानी में पौष्टिक भोजन दिया जाता था. जिससे उनके अंदर प्रतिरोधक क्षमता बढ़े. यही सब जरूरी बातों का चिकित्सकों ने ध्यान रखा. जिससे इतनी जल्द इस वायरस से हमारा जिला मुक्त हो गया."मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि सभी की र्पिोट निगेटिव आने के बाद उन्हें होम क्वोरंटीन किया गया है. यह सभी 14 दिनों तक घरों में रहेंगे. सभी जरूरी सुझावों पर अमल करेंगे.फुलवारिया गांव के रमेश चन्द्रकांत ने बताया, "यहां पर संक्रमण पाये जाने के बाद हर चीज में पाबंदी लगा दी गयी थी.

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इसके चलते जिला कोरोना मुक्त हुआ

लेकिन गांव वाले अनपढ़ होंने के बावजूद भी सजग रहे. इन लोगों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का पूरा साथ दिया, इसी कारण हमारा जिला आज कोरोना मुक्त हो सका है." शासन ने स्पष्ट किया है कि महराजगंज भले ही कोरोनामुक्त हो गया हो, पर यहां पर 3 मई तक बंदिशे जारी रहेंगी. हॉटस्पॉट बने कम्हरिया बुजुर्ग, बड़हरा इंद्रदत, विशुनपुर कुर्थिया व विशुनपुर फुलवरिया की सीमाएं सील रहेंगी. बाहरी व्यक्ति के जाने की इजाजत नहीं होगी. पुलिस की सख्ती जारी रहेगी. पहले की तरह प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की निगरानी जारी रहेगी.