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चीन में कोरोना वायरस के कारण लखनऊ का बाजार हुआ ठप, महंगाई के कारण फीकी पड़ सकती है होली

चीन फैले कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से लखनऊ के बाजारों में सुस्ती आ गई है. हालात ये हैं कि व्यापार आंशिक रूप से प्रभावित होने लगा है. जिसकी वजह से मंहगाई में थोड़ी तेजी भी देखने को मिल रही है.

Updated on: 17 Feb 2020, 07:55 AM

लखनऊ:

चीन फैले कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से लखनऊ के बाजारों में सुस्ती आ गई है. हालात ये हैं कि व्यापार आंशिक रूप से प्रभावित होने लगा है. जिसकी वजह से मंहगाई में थोड़ी तेजी भी देखने को मिल रही है. कोरोना वायरस का कहर महज चीन में ही नही है इस वायरस का असर दुनिया के बाजारों में भी देखने को मिल रहा है. राजधानी लखनऊ के बाजारों की बात करें तो बाजार अब इससे प्रभावित होने लगे हैं और महंगाई बढ़ रही है. दरअसल लखनऊ में चीन के बाजार की हिस्सेदारी लगभग 30 फ़ीसदी है. जिसमें सबसे अधिक प्रभावित हुआ है फिनिश गुड.

हालात ये हैं कि पिछले 15 दिनों से कोई भी कंसाइनमेंट लखनऊ के बाजारों में नहीं पहुंचा है. जिसकी वजह से व्यापारी परेशान हैं. यह हालात तब है जब होली का त्यौहार सर पर है. इसका सबसे ज्यादा असर चाइना से आयात होने वाले खिलौने और पिचकारी पर पड़ा है. व्यापारियों को लगता है कि अगर यही हाल रहा तो इस बार होली में व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा.

खिलौनों और पिचकारी का व्यापार करने वाले व्यापारी मानते हैं कि सबसे बड़ा क्राइसिस खड़ा होने वाला है. जिसका असर अभी तो उतना नहीं दिख रहा है. लेकिन आने वाले कुछ दिनों में एक बड़ी समस्या के तौर पर दिखेगा. चाइना में फैले कोरोना का असर खाली प्लास्टिक आइटम या फिनिश्ड गुड्स पर ही नहीं दिख रहा है इसका असर कॉस्मेटिक आइटम पर भी दिखने लगा है. हालांकि कॉस्मेटिक आइटम या हिंदुस्तान में असेंबल होने वाले प्रोडक्ट की उतनी क्राइसिस नहीं हो रही क्योंकि आमतौर पर इनका स्टोरेज ज्यादा होता है.

ऐसे में इस तरह का बाजार अभी कम प्रभावित हुआ है. लेकिन हालात यही रहे तो आने वाले समय में कॉस्मेटिक आइटम भी इससे अछूता नहीं रह जाएगा. कॉस्मेटिक आइटम का व्यापार करने वाले व्यापारियों का मानना है कि आने वाले समय में व्यापार पर बड़ा इंपैक्ट पड़ेगा. व्यापारी नेता इस प्रभावित व्यापार को लेकर चिंतित हैं. व्यापारी नेताओं का मानना है कि एक तरफ जहां चाइना से माल नहीं आ पा रहा है वहीं दूसरी तरफ जो माल है वह महंगा होता जा रहा है. वहीं तरह-तरह की भ्रांतियों की वजह से व्यापार का संतुलन बिगड़ रहा है. सबसे बड़ा चैलेंज व्यापारियों के सामने होली है जो सर पर खड़ी है लेकिन ना प्रोडक्ट है और ना ही खरीदार.

होली और दिवाली जैसे त्योहारों के लिए व्यापारी लगभग 6 महीने पहले से तैयारी शुरू कर देते हैं. इस बार होली को लेकर 6 महीने पहले ही आर्डर दिए गए थे. लेकिन यह तमाम कंसाइनमेंट अब चाइना में कोरोना वायरस फैलने की वजह से नहीं आ पा रहे हैं. इसीलिए व्यापारी चिंतित हैं कि आखिर होली में वह अपने ग्राहकों को कैसे संतुष्ट करेंगे? और सबसे बड़ी समस्या यह खड़ी हो गई है कि जो हिंदी भाषी लोग चाइन से व्यापारियों को माल भेजते थे वह भी अब चाइना से हिंदुस्तान आ गए हैं. ऐसे में व्यापारियों का कोई एजेंट भी चाइना में नहीं बचा जो उनको माल सप्लाई कर सके.