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नोएडा की इस सोसायटी में आवारा कुत्तों की दहशत, अब तक 4 घायल

नोएडा में आए दिन कुत्तों के हमले के मामले सामने आ रहे हैं. इसी बीच नोएडा की सेक्टर 168 में स्तिथ लोटस जिंग सोसायटी में स्ट्रीट डॉग ने एक सीनियर सिटीजन और एक युवक को अपना निशाना बनाया. कुत्ते के हमले से घायल सीनियर सिटीजन हॉस्पिटल में एडमिट है...

Updated on: 15 Sep 2022, 05:49 PM

highlights

  • नोएडा की सोसायटी में आवारा कुत्तों का आतंक
  • सोसायटी में 4 लोग बन चुके हैं कुत्तों का शिकार
  • महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवार चिंतित

नोएडा:

नोएडा में आए दिन कुत्तों के हमले के मामले सामने आ रहे हैं. इसी बीच नोएडा की सेक्टर 168 में स्तिथ लोटस जिंग सोसायटी में स्ट्रीट डॉग ने एक सीनियर सिटीजन और एक युवक को अपना निशाना बनाया. कुत्ते के हमले से घायल सीनियर सिटीजन हॉस्पिटल में एडमिट है, जबकि युवक हॉस्पिटल से इलाज करा कर घर पर आ गया है. नोएडा के सेक्टर 168 में स्थित लोटस जिंग सोसायटी के लोग इन दिनों कुत्तों के हमलों के चलते डरे हुए है. सोसाइटी के लोगो ने बताया की पिछले करीब एक से डेढ़ महीने में स्ट्रीट डॉग ने 4 लोगों पर हमला कर दिया.

किसी को हाथ की सर्जरी, किसी को प्लास्टिक सर्जरी की पड़ गई जरूरत

कुत्तों के इस हमले के चलते एक युवती के हाथ की प्लास्टिक सर्जरी करवानी पड़ी और कुत्ते के हमले एक सीनियर सिटीजन के हाथ में गंभीर चोट आई है, वो निजी अस्पताल में भर्ती है. डाक्टरों को सीनियर सिटीजन के हाथ का ऑपरेशन करना पड़ा. वहीं इसी सोसायटी में माली का काम करने वाले युवक पर कुत्ते ने हमला कर दिया. कुत्ते के हमले से युवक के चेहरे पर चोट आई है, जिसका इलाज चल रहा है.

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सोसायटी में डर लगने लगा है!

इस तरह की घटनाओं को देखते हुए अब सोसायटी की महिलाओं का कहना है कि कुत्ता पालने को लेकर और स्ट्रीट डॉग को लेकर सख्त नियम बनने की मांग कर रहे है. ताकि लोगों को इस तरह की घटनाओं से बचाया जा सके. कुछ महिलाओं का कहना है कि अब सोसायटी में पैदल चलने में डर लगता है, और आपने टॉवर से मैन गेट तक जाने के लिए गाड़ी का प्रयोग करते हैं, ताकि स्कूल बस से बच्चों को सुरक्षित घर पहुंचा दिया जाए.

नियम नहीं मानते लोग

वहीं सोसायटी के मैनेजर नीरज चौहान का कहना है कि संबंधित विभागों की तरफ से नियम जारी न होने के चलते लोगों से अगर पालतू कुत्तों को लेकर कुछ कहा जाता है, तो वो मानते नहीं हैं. अगर संबंधित विभाग नियम बना दे, तो कुत्तों के काटने जैसी घटनाओं में कमीं आए और लोग खुद को सुरक्षित महसूस करें.