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सरकार के खिलाफ डॉक्टरों का देशभर में विरोध प्रदर्शन, प्रयागराज में भी स्वास्थ्य सेवाएं रहेगा ठप

केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति देने के खिलाफ आज भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (IMA) डॉक्टरों ने देशभर में हड़ताल काआह्वान किया है. इस हड़ताल का असर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी देखने को मिलेगा.

Updated on: 11 Dec 2020, 09:39 AM

प्रयागराज:

केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति देने के खिलाफ आज भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (IMA) डॉक्टरों ने देशभर में हड़ताल काआह्वान किया है. इस हड़ताल का असर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी देखने को मिलेगा. इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन 12 घंटे तक स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखेगी. सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक निजी अस्पताल क्लीनिक में नहीं होगा कोई काम काज नहीं होगा. हालांकि इमरजेंसी सेवाएं और कोरोना से जुड़ी सेवाएं बहाल रहेंगी.

इसके अलावा साइकिल रैली निकालकर सांसद, डीएम व अन्य वरिष्ठ लोगों को एलोपैथ डॉक्टर्स ज्ञापन देंगे. एएमए अध्यक्ष डॉ एनके मदनानी ने कहा मिक्सो पैथी के खिलाफ  विरोध प्रदर्शन है. एएमए ने शहर के नर्सिंग होम्स अस्पताल और निजी क्लीनिक के समर्थन का भी दावा किया है.

वहीं यूनानी और आयुर्वेदिक चिकित्सक आज पीला फीता बांधकर इलाज करेंगे. अस्पतालों में निशुल्क ओपीडी सेवा भी उपलब्ध कराएंगे.आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों ने मोबाइल नंबर जारी किए हैं, जिससे किसी भी तरह की स्वास्थ संबंधी समस्या पर मरीज फोन कॉल कर सकते है. 

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देश भर के आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर 10,000 सार्वजनिक स्थलों पर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा कि विरोध शांत और शांतिपूर्ण होगा. मेडिकल कॉलेजों, सरकारी सेवाओं, सामान्य चिकित्सकों, विशेषज्ञ, रेजिडेंट डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों के डॉक्टरों के क्रॉस सेक्शन सार्वजनिक प्रदर्शनों में भाग लेंगे.

वहीं दूसरी तरफ डॉक्टरों की इस हड़ताल पर आयुष मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मधुरेंदु पांडेय ने कहा कि IMA ने अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा तो एलोपैथिक डॉक्टरों का व्यवसायिक बहिष्कार किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि हड़ताल की स्थिति में वैकल्पिक चिकित्सा व्यवस्था के लिए सभी आयुष चिकित्सक तैयार हैं.आयुर्वेद एवं आयुष चिकित्सक 11 दिसंबर को मुफ्त में मरीजों का इलाज करेंगे.

गौरतलब है कि सीसीआइएम की जारी अधिसूचना में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण आयुर्वेद चिकित्सकों को खास प्रशिक्षण के बाद ऑपरेशन के जरिये चिकित्सा की अनुमति दी गई है. IMA इसका विरोध कर रहा है. अधिसूचना में 58 तरह कीसर्जरी करने की आयुर्वेद चिकित्सकों को अनुमति दी गई है. इनमें आंख, कान, नाक, गला और कई हड्डियों आदि के ऑपरेशन शामिल हैं.