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योगी सरकार का ऐलान, तीन तलाक पीड़िताओं को मिलेगा पेंशन, मौलाना ने जताई नाराजगी

योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को चौथा बजट पेश किया. बजट में तीन तलाक पीड़ितों को 500 रुपये महीना पेंशन देने की घोषणा की है. 500 रुपये हर महीने की पेंशन पर देवबंदी उलेमाओं ने विरोध दर्ज किया है.

Updated on: 19 Feb 2020, 01:25 PM

सहारनपुर:

योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को चौथा बजट पेश किया. बजट में तीन तलाक पीड़ितों को 500 रुपये महीना पेंशन देने की घोषणा की है. 500 रुपये हर महीने की पेंशन पर देवबंदी उलेमाओं ने विरोध दर्ज किया है. देवबंदी उलेमाओं का कहना है कि इस महंगाई के दौर में भला 500 रुपये में क्या होता है. महिलाओं को कम से कम 5 हजार रुपये की पेंशन मिलनी चाहिए.

आपको बता दें कि मंगलवार को योगी सरकार ने अपने बजट में तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को 500 रुपये महीना पेंशन देने की घोषणा की थी. इस पर उलेमाओं ने कहा कि तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को 500 रुपये महीना पेंशन देना एक भद्दा मजाक है. उन्होंने पीड़ित महिलाओं को पांच हजार रुपये महीना पेंशन देने की मांग की है. उलेमाओं का कहना है कि सरकार अगर पेंशन देना ही चाहती है तो कम से कम 5000 रुपये दे. वरना इस फैसले को वापस लिया जाए.

इशहाक गोरा ने इस मामले में कहा है कि सरकार तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को पेंशन देना ही चाहती है तो कम से कम 5000 रुपये दे. महंगाई के दौर में भला 500 रुपये में क्या होता है. 500 रुपये की पेंशन देकर योगी सरकार ने महिलाओं के साथ भद्दा मजाक किया है, देवबंदी उलेमा इसकी निंदा करते हैं.

फतवा विभाग ऑनलाइन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारूकी ने भी योगी सरकार पर अपनी नाराजगी दर्ज कराते हुए कहा कि पीड़ित महिलाओं की पेंशन बेहद कम है. उन्होंने इसे नाकाफी करार दिया और पेंशन बढ़ाने की मांग की.