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नोटबंदी के तीन साल: बैंक की लाइन में खड़ी थी महिला, तभी धरती पर आया खचांजी; अब सपा करेगी ये काम

आठ नवंबर का दिन देश की अर्थव्यवस्था के इतिहास में एक खास दिन के तौर पर दर्ज है.

Updated on: 08 Nov 2019, 12:11 AM

नई दिल्ली:

आठ नवंबर का दिन देश की अर्थव्यवस्था के इतिहास में एक खास दिन के तौर पर दर्ज है. यही वह दिन है जब तीन साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने रात आठ बजे दूरदर्शन के जरिए देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 के नोट बंद करने का ऐलान किया. नोटबंदी की यह घोषणा उसी दिन आधी रात से लागू हो गई, जिससे कुछ दिन देश में अफरातफरी का माहौल रहा और बैंकों के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं. इस दौरान यूपी के कन्नौज जिले में इस अजीबोंगरीब घटना हुई थी.

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कन्नौज में तीन साल पहले नोटबंदी के दौरान एक महिला नोट बदलने के लिए बैंक में लाइन लगाई थी. इसी दौरान उसे एक बेटा पैदा हुआ था, जिसका नाम घरवालों ने खजांची रख दिया है. अब वह बच्चा गुरुवार को तीन साल का पूरा हो जाएगा. समाजवादी पार्टी अब नोटबंदी पर सियासत करने पर जुटी है. इस पर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव 8 नवंबर पार्टी आफिस उन बच्चे (खजांची) का जन्मदिन मनाएंगे.

इस बहाने अखिलेश यादव पीएम नरेंद्र मोदी के इस नोटबंदी के फैसलों पर कटाक्ष करेंगे. खचांजी का जन्म उस समय हुआ था, जब उसकी मां यूपी के कन्नौज जिले में लाइन लगाकर नोट बदल रही थी. इसलिए उसका नाम खंजाची रखा गया है. अब वह बच्चा तीन साल हो गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीस साल पहले आठ नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए थे.

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हालांकि, आरबीआई ने बाद में 500 और 2000 के नये नोट जारी किए थे. सरकार ने ऐलान किया कि उसने देश में मौजूद कालेधन और नकली मुद्रा की समस्या को समाप्त करने के लिए यह कदम उठाया है. देश में इससे पहले 16 जनवरी 1978 को जनता पार्टी की गठबंधन सरकार ने भी इन्हीं कारणों से 1000, 5000 और 10,000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण किया था.