उत्तर प्रदेश के नोएडा में गाड़ी चेकिंग के दौरान सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हार्ट अटैक से हुई मौत के मामले में पुलिस के दावे की पोल खुल गई है. इस मामले में सामने आई युवक की मेडिकल रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुई है. मेडिकल रिपोर्ट से पता चला है कि युवक को किसी तरह कोई बीमारी नहीं थी.
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दरअसल, नोएडा पुलिस ने मृतक युवक को डायबिटिक बताया था. नोएडा के एसएसपी ने दावा था कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर गौरव को डायबीटिज था. मगर अब गौरव की महीनों पुरानी मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, गौरव को डायबीटिज से नहीं था. इसके अलावा उसे कोई और भी बीमारी नहीं थी.
बता दें कि नोएडा के सेक्टर-62 में पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर गौरव की गाड़ी चेकिंग के दौरान मौत हो गई थी. सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपने माता-पिता के साथ सेक्टर-62 से लौट रहा था. वाहन चेकिंग दौरान पुलिसकर्मियों ने उसकी कार को डंडा मार दिया था और गाड़ी को रुकवाया था. इसको लेकर उसकी पुलिस के साथ नोकझोंक हुई थी. इसी दौरान गौरव को हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई.
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गौरव के पिता ने आरोप लगाए कि पुलिसकर्मियों ने चालान काटने और गाड़ी को सीज करने की धमकी दी थी और फोटो खींचने लगे थे. उसी दौरान गौरव बेहोश होकर नीचे गिर गया और फिर खड़ा नहीं हो पाया. गौरव को पहले फोर्टिस और फिर कैलाश अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दिल के दौरे से गौरव की मौत की जानकारी दी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो