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लखनऊ मैराथन में जोश, जुनून और जज्बे के साथ दौड़ी बेटियां

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लखनऊ मैराथन को धारा 144 और कोविड का हवाला देकर निरस्त करने का प्रयास किया गया था.यह बेटियों के विरूद्ध राज्य सरकार का कुचक्र था.

Updated on: 28 Dec 2021, 06:32 PM

highlights

  • लखनऊ मैराथन में लड़कियों की ललकार 
  • कांग्रेस के कार्यक्रम में रूकावट डालती है भाजपा सरकार
  • स्टेडियम के अन्दर कार्यक्रम करने की नहीं दी इजाजत 

लखनऊ:

लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आज यानि मंगलवार को लगभग 20000 बेटियों का जमावड़ा हुआ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ‘‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’’के नारे  के तहत इस कार्यक्रम को 26 दिसंबर को लखनऊ के 1090 चौराहे पर आयोजित करने का ऐलान किया था. लेकिन प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन के तहत लखनऊ मैराथन को अनुमति नहीं दी थी. दो दिन बाद तय लक्ष्यों से दुगनी लगभग 20000 की तादाद में जुटी बेटियों ने 26 दिसम्बर 2021 को  दोहरे मापदंड़ों के आधार पर रोकी गयी मैराथन के प्रति ललकार दिखाई. लखनऊ की बेटियों ने बताया कि नकारात्मक राजनीति एवं सरकार के दम पर षडयंत्र उन्हें स्वीकार नहीं है. 

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. उमाशंकर पाण्डेय ने बताया आज कांग्रेस पार्टी का स्थापना दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर मैराथन आयोजित किया गया. मैराथन की झण्डी मिलते ही लड़कियां लक्ष्य की तरफ दौड़ पड़ी. हजारों की संख्या में लड़कियां ट्रैक पर जोश और जुनून से प्रतिस्पर्धा करते हुए आगे बढ़ते हुए 5 किलोमीटर की दूरी पूरी की. मैराथन को पारदर्शी बनाने एवं सुचारू रूप से संचालित व सम्पन्न कराने के लिए विभिन्न प्रकार के निगरानी, एवं सुरक्षा के उपाय किये गये थे.ड्रोन कैमरों से मैराथन पर नजर रखी जा रही थी.

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कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लखनऊ मैराथन को धारा 144 और कोविड का हवाला देकर निरस्त करने का प्रयास किया गया था.यह बेटियों के विरूद्ध राज्य सरकार का कुचक्र था.1090 चौराहे पर कार्यक्रम की निरस्तीकरण के बाद इकाना स्टेडियम में भी कार्यक्रम में अवरोध उत्पन्न करने की भरपूर कोशिश की गयी.स्टेडियम के अन्दर कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं दी गयी.स्टेडियम के बाहर कार्यक्रम करने को विवश किया गया.

कार्यक्रम स्थल पर आयोजन के अनुरूप बड़ा मंच बनाने की मनाही की गयी.जबकि इसी स्टेडियम में 25 दिसम्बर को भजपा सरकार ने टैबलेट बांटने के नाम पर जमावड़ा किया था. यह राज्य सरकार का दोहरा मापदंड दर्शाता है. सरकार के कुचक्रों के बावजूद बेटियों की ऐतिहासिक जुटान ने सरकार को भरपूर जवाब देते हुए बौना साबित कर दिया है.

प्रवक्ता ने कहा कि मेरठ, झांसी, मुरादाबाद, में मैराथन की अदभुद सफलता के बाद आज लखनऊ में भी कार्यक्रम ऐतिहासिक स्तर पर सफल रहा. कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु प्रतिज्ञायें ली हैं तथा लड़कियों के लड़ने के जज्बे को मैराथन के माध्यम से सामने लाने का प्रयास कर  रहीं हैं.