माता-पिता अपनी संतानों से हमेशा यही आशा करते हैं कि एक दिन वह उनके बुढ़ापे का सहारा बनेंगे. इस आशा से वह अपना पेट काटकर उनकी शिक्षा और पालन पोषण पर इंवेस्ट करते हैं. इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जो इस आशा को तार तार करता दिखाई देता है. एक मामले में बुजुर्ग पिता को अस्तपाल में छोड़कर बेटी और दामाद भाग निकले.
बुधवार को दोपहर बिधनू सीएचसी में उपचार के बहाने पनकी निवासी बुजुर्ग पिता को उसकी बेटी व दामाद छोड़कर निकल गए. एक घंटे तक इमरजेंसी वार्ड के बेड पर लेटे बुजुर्ग बेटी दामाद का इंतजार करते रहे. जब डॉक्टरों ने पूछताछ की तो उसने बताया कि बेटी दामाद बाहर से दवा लाने को कहकर गए, जिस पर डॉक्टरों इस मामले की पुलिस को जानकारी दी.
अस्पताल छोड़ गांव के सीएचसी ले गए
गोविंद नगर बी ब्लॉक निवासी 65 वर्षीय सुरेश कुमार बीते काफी वक्त से बीमार हैं. इसकी वजह से वह पनकी पतेहुरि गांव निवासी बेटी पूजा और दामाद दीपक के पास रह रहे थे. बुधवार को उनकी तबियत बिगड़ गई. पहले बेटी दमाद शहर के अस्पताल लेकर आए बाद में इसे छोड़कर ग्रामीणांचल क्षेत्र की सीएचसी बिधनू में पहुंचे.
बुजुर्ग को एलएलआर अस्पताल रेफर किया
यहां पर इमरजेंसी वार्ड में बेड पर बुजुर्ग को लेटाकर दोनों बाहर से दवा लाने का बहाना बनाकर निकले. एक घंटे से वार्ड पर लावारिस लेटे बुजुर्ग से डॉक्टरों ने बात की तो पूरा माजरा समझ में आया. इस पर डॉक्टर ने बुजुर्ग का प्राथमिक उपचार किया. यहां पर इंतजार करने के दौरान उसकी हालत गंभीर हो गई. बुजुर्ग को एलएलआर अस्पताल रेफर किया गया. पुलिस को घटना की जानकारी मिलने पर बुजुर्ग को एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.