कोरोना बीमारी को छिपाना अपराध है, दारुल उलूम फिरंगी ने जारी किया फतवा, कही ये बात
दारुल उलूम फिरंगी महल लखनऊ ने उन लोगों के खिलाफ फतवा जारी किया जो बीमारी को छिपाने का अपराध कर रहे हैं. मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि दारुल उलूम फिरंगी महल लखनऊ ने आज एक 'फतवा' जारी किया है .
लखनऊ:
कोरोना वायरस (coronavirus) के खिलाफ जंग देश लड़ रहा है. जिसमें डॉक्टर्स, नर्स, सफाईकर्मी मजबूती से जुटे हुई हैं. इनका साथ आम नागरिक भी दे रहा है. निजामुद्दीन के बाद इंदौर से आई खबर ने लोगों को हिलाकर रख दिया है. इंदौर में कोरोना वायरस को लेकर जब डॉक्टरों की टीम जांच के लिए पहुंची तो उन पर हमला कर दिया गया. इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है.
दारुल उलूम फिरंगी महल लखनऊ ने उन लोगों के खिलाफ फतवा जारी किया जो बीमारी को छिपाने का अपराध कर रहे हैं. मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि दारुल उलूम फिरंगी महल लखनऊ ने आज एक 'फतवा' जारी किया है जिसमें कोरोना वायरस (coronavirus)का परीक्षण और उपचार सभी के लिए अहम हैं. इस बीमारी को छिपाना एक अपराध है. खुद की जान और दूसरों की जान खतरे में डालना इस्लाम में मना है.
Darul Uloom Firangi Mahal Lucknow today issued a 'Fatwa' that getting tested and treated for Coronavirus is important for all, and hiding this disease is a crime. Putting one's own and lives of others in danger is forbidden in Islam: Maulana Khalid Rashid Firangi Mahali pic.twitter.com/NBi5LcNeIt
— ANI UP (@ANINewsUP) April 2, 2020
बता दें कि निजामुद्दीन तबलीगी जमात का कार्यक्रम होने के बाद से कोरोना का केस बढ़ गया है. इस कार्यक्रम में अलग-अलग राज्यों से लोग जुटे थे. जो जहां गया वहां के मामले में इजाफा हो रहा है. तमिलनाडु में पॉजिटिव कोरोना के 75 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 74 लोगों ने दिल्ली में तबलीगी जमात में भाग लिया था. दिल्ली में तो सौ से ज्यादा लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की वजह से कोरोना पॉजिटिव हुए हैं.
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मस्जिदों कको बंद ककरने का फतवा जारी करने की अपील की गई थी
वहीं निजामुद्दीन की घटना सामने आने के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष ताहिर महमूद ने दारुल उलूम, देवबंद से अनुरोध किया था कि वह देश में कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए सभी मस्जिदों को बंद करने का फतवा जारी करे. महमूद ने इस्लामी विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव (रेक्टर) को लिखे पत्र में अनुरोध किया था कि वो लोगों से घरों में ही प्रार्थना करने को कहें.
उन्होंने कहा था कि मैं दारुल उलूम के उलेमा और मुफ्तियों को यह अनुरोध करते हुए पत्र भेज रहा हूं कि वे कोरोना वायरस महामारी द्वारा बनाए गए इस मुश्किल हालात में फतवा जारी कर समुदाय के लोगों को निर्देशित करें कि फिलहाल के लिए देश भर की सभी मस्जिदों को बंद किया जाए.
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कोरोना वायरस से अबत 50 लोगों की मौत
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए देशव्यापी बंद के आदेश दिए गए हैं. इस बीमारी से अबत 50 लोगों की मौत हो गई है. वहीं करीब 2000 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
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