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ग्रेटर नोएडा में बनेगा देश का सबसे बड़ा MRO, देश और विदेशी विमानों की होगी मरम्मत

जेवर में बन रहे इंटरनेशनल  एयरपोर्ट के साथ साथ अब यहाँ दो MRO स्थापित किये जाने के लिए यूपी सरकार से हरी झंडी दे दी गयी है.

Updated on: 29 Jun 2022, 04:23 PM

highlights

  • एक MRO जेवर एयरपोर्ट के परिसर में और दूसरा एयरपोर्ट के पास तैयार किया जाना है
  • जेवर में बनने वाले दो MRO को कैबिनेट की मंजूरी दे दी गयी है

नई दिल्ली:

जेवर में बन रहे इंटरनेशनल  एयरपोर्ट के साथ साथ अब यहां दो MRO स्थापित किये जाने के लिए यूपी सरकार से हरी झंडी दे दी गयी है. अब एक MRO जेवर एयरपोर्ट के परिसर में और दूसरा एयरपोर्ट के पास तैयार किया जाना है. यूपी केबिनेट की मंजूरी के बाद यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी ने MRO बनने की तैयारी शुरू कर दी है. ग्रेटर नोएडा में बनने वाले दो MRO को लेकर यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी के CEO अरुनवीर सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से चल रहा है इसी बीच अब यूपी सरकार ने जेवर में बनने वाले दो MRO को कैबिनेट की मंजूरी दे दी गई है.

सरकार की इस पहल से देश का सबसे बड़ा MRO यहाँ बनाया जा रहा है. जेवर इलाके में दो MRO डेवलप किये जाएंगे. इसमें एक MRO जेवर एयरपोर्ट के परिसर में 1334 एकड़ में तैयार होगा, जहां विमानों की मरमत की जा सकेगी. दूसरा MRO एयरपोर्ट के पास 1365 एकड़ में डेवलप किया जाएगा. इन दोनों MRO को डेवलप करने के करीब 80 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी साथ ही 50 से 60 हज़ार लोगों को रोजगार भी मिलेगा. ये दोनों MRO तैयार होने के बाद देश के विमानों की मरमत देश मे होगी . अभी तक देश के विमान विदेशो में मरमत के लिए जाते हैं. जिसमें हर साल करीब 15 हज़ार करोड़ का रुपये विदेशों में जाते है. ये दोनों MRO को तैयार होने के बाद यहां देश और विदेशों के विमानो की मरमत देश मे हो सकेगी . 

आपको बता दे की उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां पर आधुनिक MRO तैयार किये जा रहे है और सभी राज्यों से बेहतर पॉलिसी के तहत यहां पर MRO का निर्माण हो रहा है. साथ ही दुनिया की बड़ी कंपनियों ने MRO बनने में दिलचस्पी दिखाई है.