Coronavirus (Covid-19): उत्तर प्रदेश के रामपुर में सेनेटाइजेशन (Sanitisation) करने के लिए गए एक युवक की सेनेटाइजर पिलाकर हत्या कर दी है. रामपुर के मोतीपुरा गांव में कोरोना के खतरे के बीच सेनेटाइजेशन करने गए युवक का स्थानीय लोगों से कुछ विवाद हो गया था. इसके बाद कुछ दबंगों ने उसे जबरन सेनेटाइजर पिलाकर मौत के घाट उतार दिया. मृतक के भाई का आरोप है कि उसका भाई 14 अप्रैल को मोतीपुरा गांव में सेनेटाइजेशन करने गया था. कुछ बदमाशों ने उसे पीटा था. स्थानीय लोगों ने युवक को रामपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से डॉक्टरों (Doctor) ने रेफर कर दिया. मुरादाबाद के टीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं इस मामले में पुलिस ने एक ही गांव के पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
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5 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
वहीं इस मामले में रामपुर पुलिस ने गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है. मृतक के भाइयों का आरोप है कि उसके भाई को सेनेटाइजर पिलाके मारा गया है. अभी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. वहीं योगी सरकार ने कोरोना वायरस महामारी की जांच के लिए टेस्टिंग की संख्या वर्तमान स्तर से लगभग दस गुना अधिक बढ़ाने का फैसला किया है. राज्य में कोविड-19 संक्रमण की जांच के मद्देनजर अभी तक प्रतिदिन कुल 3,200 टेस्ट किए जा रहे हैं. निर्देशक प्रोफेसर आर.के. धीमान ने कहा कि टेस्टिंग बढ़ाने की मुहिम के तहत संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस) भी अपनी परीक्षण की क्षमता को ढाई गुना बढ़ा रहा है.
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यूपी में 10 गुना होगा कोरोना टेस्ट
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम की रणनीति के एक महत्वपूर्ण घटक का हिस्सा टेस्टिंग है. उत्तर प्रदेश सरकार ने टेस्टिंग को आगे बढ़ाने और इसे वर्तमान से दस गुना तक ले जाने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भी जांच के लिए अधिक नमूने लाए जाएंगे. प्रोफेसर आर.के. धीमान ने कहा कि अभी के लिए संस्थान में प्रतिदिन 400 नमूनों की जांच की जाती है, लेकिन जल्द ही यहां रोज एक हजार से अधिक टेस्टिंग होगी. मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों के लिए एसजीपीजीआई 24 घंटे सातों दिन टेलीमेडिसिन सुविधा भी चला रहा है.