logo-image

Uttar Pradesh : आगरा में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस पर हमला, SI घायल

उत्तर प्रदेश के आगरा में रविवार को एक बार फिर कोरोना वॉरियर (Corona Warrior) पर हमला हुआ है.

Updated on: 26 Apr 2020, 11:13 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के आगरा में रविवार को एक बार फिर कोरोना वॉरियर (Corona Warrior) पर हमला हुआ है. लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर घायल हो गया है. इसके बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. साथी पुलिस कर्मियों ने घायल सब इंस्पेक्टर को पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है.

आगरा के थाना एत्माउद्दौला क्षेत्र में उपद्रवियों ने अचानक पुलिसवालों पर पथराव कर दिया. पुलिस बघेल बस्ती में दुकान बंद कराने गई थी. इस पर लोग भड़क गए और पुलिस कर्मियों पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया. ईंट लगने से नुनिहाई चौकी पर तैनात सब इंस्पेक्टर विकास राणा गंभीर रूप से घायल हो गए. साथी पुलिसवालों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद पुलिस ने दो पत्थरबाजों को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच मेंजुट गई है.

आगरा, देश का वुहान बन सकता है: मेयर ने लगाई योगी से मदद की गुहार

कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के आगरा शहर में भयानक रूप लेने की चेतावनी जारी करते हुए शहर के मेयर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm yogi adityanath) को एक पत्र लिखकर तुरंत कदम उठाने की अपील करने के साथ ही कहा कि आगरा, देश का वुहान बन सकता है. शहर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने का दावा करते हुए मेयर नवीन जैन ने शहर में कोरोना की स्थिति और जिला प्रशासन की लचर कार्रवाई से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को पत्र लिखकर अवगत कराया है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पत्र में उन्होंने लिखा है, 'मैं बहुत दुखी मन से आप को पत्र लिख रहा हूं कि मेरा आगरा अत्यधिक संकट के दौर से गुजर रहा है. आगरा को बचाने के लिए कड़े निर्णय लेने की आवश्यकता है. स्थिति अत्यधिक गंभीर हो चुकी है. इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि मेरे आगरा को बचा लीजिए, बचा लीजिये.’ महापौर ने यह पत्र 21 अप्रैल को लिखा था जो 25 अप्रैल की रात्रि से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

पत्र में मेयर ने आगे लिखा है, 'आगरा, देश का वुहान बन सकता है. स्थानीय प्रशासन नाकारा साबित हुआ है. हॉट स्पाट एरिया में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में कई-कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही. न ही मरीजों के लिए भोजन पानी का उचित प्रबंध हो पा रहा. स्थिति विस्फोटक है.' इस पत्र में मेयर ने शहर में कोरोना के बिगड़ते हालात और आम जनमानस को होने वाली परेशानी के लिए सीधे-सीधे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है.

यहां यह जिक्र करना जरूरी है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए तैयार किया गया आगरा मॉडल काफी कारगर साबित हुआ था. इस मॉडल की मदद से प्रशासन ने जिले में कोरोना की चेन को तोड़ दिया था. खुद स्वास्थ्य विभाग ने आगरा मॉडल की तारीफ करते हुए अन्य राज्यों से इस मॉडल का अनुसरण करने की अपील की थी. यह बीमारी चीन के वुहान शहर से शुरू हुई थी और वहां इस बीमारी का भयानक रूप सामने आया था.