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इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद पूरा होगा कोरोना का टीकाकरण, जानें स्टेप टु स्टेप 

कोविड-19 की वैक्सीन के आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. कोरोना महामारी से बचाने वाली ये वैक्सीन कभी भी देश में आ सकती है.

Updated on: 09 Dec 2020, 04:25 PM

लखनऊ:

कोविड-19 की वैक्सीन के आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. कोरोना महामारी से बचाने वाली ये वैक्सीन कभी भी देश में आ सकती है. ऐसे में तैयारियों को भी अंतिम रूप से अंजाम दिया जा रहा है. राजधानी लखनऊ के कोविड वैक्सीन स्टोर सेंटर में इमारत को चिन्हित करने के काम के बाद अब उन तीन कमरों को भी चिन्हित कर लिया गया है. जहां पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा.

डॉ. एमके सिंह के अनुसार पहला रूम वेटिंग रूम होगा. जहां पर टीकाकरण कराने वाले लाभार्थियों को बैठाया जाएगा. दूसरा रूम वैक्सीनेशन रूम होगा. जहां पर लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. यहां पर डॉक्टरों की एक टीम स्टाफ नर्स के साथ मौजूद होगी. जहां एएनएम भी उनकी मदद के लिए मौजूद रहेगी. जबकि तीसरा रूम ऑब्जरवेशन रूम कहलाएगा.

डॉ. एमके सिंह ने आगे कहा कि टीकाकरण के बाद लाभार्थियों को करीब आधे घंटे तक इस ऑब्जर्वेशन रूम में रहना होगा. 30 मिनट के भीतर अगर टीका लगने वाले लाभार्थी को किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो उसके लिए एक स्पेशलिस्ट टीम तैनात रहेगी. जो बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के काम आने वाली एनफ़आइलेसिस किट के साथ तैनात होगी.


 
जिसमें डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल किया गया है. अगर लाभार्थी को ज्यादा दिक्कत होती है तो  आसपास के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर पहले से ही रखने का भी प्रबंध किया जा रहा है. वेटिंग रूम में इस बात का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाएगा कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूर्णतया कराया जाए. वहीं वेटिंग रूम में एक एक व्यक्ति का बारी-बारी से वैक्सीनेशन किया जाएगा. यूपी स्वास्थ्य विभाग इसे ठीक उसी प्रक्रिया को अपनाते हुए करेगा जैसा कि मैसेल्स रूबेला के 17 लाख टीकाकरण के वक़्त किया गया था.