उत्तर प्रदेश : प्रयागराज में अनियमित बिजली कटौती ने गर्मी में लोगों की परेशानी बढ़ाई
'विकसित भारत, विकसित दिल्ली' के लिए हम दिन-रात काम कर रहे : कुलजीत चहल
शिवाल्डो सिंह ने बेंगलुरू एफसी के साथ 2028 तक करार बढ़ाया
विराट कोहली ने एबी डिविलियर्स से बातचीत कर दी थी बंद, अनुष्का शर्मा से जुड़ी है बात, अब हुआ बड़ा खुलासा
दक्षिण कोरिया ने इजरायल-ईरान संघर्ष में दोनों पक्षों से 'संयम' बरतने का किया आह्वान
Bihar News: भागलपुर का ये चावल विदेश तक जमा रहा अपनी धाक, आखिर क्यों है ये इतना खास, यहां पढ़ें
राहुल गांधी गैरकानूनी तरीके से दरभंगा कल्याण छात्रावास में गए थे : मंत्री जनक राम
मध्य प्रदेश : इंदौर में लव जिहाद और रेप के आरोप में दो युवक गिरफ्तार, कांग्रेस पार्षद का भी जुड़ा नाम
ईरान में रह रहे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी, आपातकालीन नंबर पर मिलेगी मदद

कोरोना की तीसरी लहर अप्रैल में होगी खत्मः मनिंद्र अग्रवाल

अपने गणितीय मॉडल के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने वाले प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक जनवरी में भारत में तीसरी लहर आएगी और मार्च में रोजाना 1.8 लाख मामले आ सकते हैं.

अपने गणितीय मॉडल के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने वाले प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक जनवरी में भारत में तीसरी लहर आएगी और मार्च में रोजाना 1.8 लाख मामले आ सकते हैं.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Third Wave

आईआईटी कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल का आकलन.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर अप्रैल तक खत्म हो जाएगी. हालांकि वैज्ञानिक ने चेतावनी दी कि चुनाव के दौरान रैलियां कोरोना संक्रमण के लिए सुपर स्प्रेडर साबित हो सकती हैं, क्योंकि इस तरह की सभाओं में कोविड दिशानिदेशरें का पालन करना आसान नहीं है. प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि गाइडलाइंस का पालन किए बिना बड़ी संख्या में लोग चुनावी रैलियों में पहुंचते हैं तो संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है.

Advertisment

चुनावी रैलियों से तेजी से फैलेगा संक्रमण
ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत है. यदि रैलियां होती हैं, तो संक्रमण समय से पहले गति पकड़ सकता है. अपने गणितीय मॉडल के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने वाले प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक जनवरी में भारत में तीसरी लहर आएगी और मार्च में रोजाना 1.8 लाख मामले आ सकते हैं. उन्होंने कहा, 'यह राहत की बात होगी कि 10 में से 1 को ही अस्पताल की जरूरत होगी. मार्च के मध्य में दो लाख बेड की जरूरत होगी.'

भारत में बड़ा प्रभाव कम पड़ेगा
उन्होंने आगे कहा कि अफ्रीका और भारत में 80 फीसदी आबादी 45 साल से कम उम्र की है. दोनों देशों में प्राकृतिक प्रतिरक्षा 80 प्रतिशत तक है. दोनों देशों में डेल्टा वेरिएंट म्यूटेंट के कारण हुआ है. उन्होंने दावा किया कि दक्षिण अफ्रीका की तरह भारत पर भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना कम है.

HIGHLIGHTS

  • मार्च में रोजाना 1.8 लाख मामले आ सकते हैं
  • भारत पर भी बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना कम
  • मार्च के मध्य में दो लाख बेड की जरूरत होगी
तीसरी लहर आईआईटी कानपुर IIT Kanpur कोरोना संक्रमण Election Rally चुनावी रैलीयां Corona Epidemic Third Wave
      
Advertisment