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धर्मांतरण केस: ATS ने डिकोड किए कई कोडवर्ड, ऐसे चलता था पूरा नेटवर्क

उत्तर प्रदेश में अवैध मतांतरण के मामले में सघन अभियान में लगी ATS को मतांतरण मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया.

Updated on: 30 Jun 2021, 06:15 PM

highlights

  • ATS को मतांतरण मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया
  • ATS ​की पकड़ में आया राहुल भोला मुसलमान बनने से पहले हिंदू था
  • पूछताछ में सामने आया है कि यह नेटवर्क किस आधार पर चलता था

 

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में अवैध मतांतरण के मामले में सघन अभियान में लगी ATS को मतांतरण मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें बाल कल्याण मंत्रालय का इंटरप्रेटेटर इरफान ख्वाजा खान व अपना धर्म परिवर्तन कर चुके दो मूक बधिर राहुल भोला और मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान शामिल हैं. धर्मान्तरण मामले में ATS ​की पकड़ में आया राहुल भोला मुसलमान बनने से पहले धार्मिक हिंदू था. उसकी मां ने बताया है कि राहुल दो बार कांवड़ भी ला चुका है. पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि यह पूरा नेटवर्क किस आधार पर चलता था.

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ATS ने डिकोड किया कोडवर्ड

इस मामले में एटीएस ने कुछ कोडवर्ड भी डिकोड किए हैं, जैसे कौम के कलंक, कोड उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता था, जो धर्मान्तरण मामले में उमर गौतम और उसकी संस्था इस्लामकि दावा सेंटर का सहयोग नहीं करते थे और जिन लोगों से धर्मान्तरण गिरोह को खतरा था कि ये पोल पट्टी खोल सकते थे. ऐसे लोगों से सतर्क रहने और उन पर विशेष निगाह रखने के लिए कौम के कलंक कोडवर्ड का इस्तेमाल किया जाता था.  ATS ने इस बात से इनकार नहीं किया है कि जिन लोगों से धर्मान्तरण गिरोह को खतरा था उन्हें रास्ते से हटाने का भी प्लान तैयार किया गया होगा.

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कैश और चेक के जरिए खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया

आपको बता दें कि देश भर में एक हजार से अधिक लोगों के कथित धर्म परिवर्तन के मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सोमवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, इरफान शेख और राहुल भोला के रूप में हुई है. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि कथित धर्म परिवर्तन के लिए फंडिंग विदेश से आ रही थी. उन्होंने कहा कि खातों में करीब 1.70 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. एडीजी ने कहा कि यह पैसा 2010 से जून 2021 के बीच आया है. कैश और चेक के जरिए खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है. दुबई, कतर, जेद्दा और अबू धाबी के खातों में 50 लाख रुपये जमा किए गए हैं. उन्होंने कहा, "धर्मांतरण मामले में तीन धर्मगुरुओं की भूमिका संदिग्ध पाई गई। आतंकवाद निरोधी दस्ता उनसे पूछताछ कर रहा है."