राज्य विश्वविद्यालयों में न्यूनतम साझा पाठ्यक्रम पर बनी सहमति
उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में न्यूनतम साझा पाठ्यक्रम लागू करने का प्रस्ताव पारित हो गया है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित कुलपतियों के सम्मेलन में सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया.
गोरखपुर:
उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में न्यूनतम साझा पाठ्यक्रम लागू करने का प्रस्ताव पारित हो गया है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित कुलपतियों के सम्मेलन में सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया. सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र दुबे ने सोमवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि सात बैठकों के बाद न्यूनतम साझा पाठ्यक्रम को लागू करने का निर्णय लिया गया.
शुरुआत में यह स्नातक स्तर पर लागू होगा. अब प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों का 70 फीसदी पाठ्यक्रम एक जैसा होगा. बाकी 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय अपने हिसाब से तब्दील कर सकेंगे. दुबे ने बताया कि साझा पाठ्यक्रम तैयार करने के लिये समिति का गठन दो साल पहले उनकी अध्यक्षता में हुआ था. उस वक्त वह बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति थे। उन्होंने कहा कि साझा पाठ्यक्रम के तहत आठ विषयों को गोरखपुर विश्वविद्यालय ने तैयार किया है.
इसे भी पढ़ें:सियाचिन में हिमस्खलन, सेना के 4 जवान शहीद, 2 पोर्टरों की भी मौत, 6 को बचाया गया
इसके अलावा विज्ञान से सम्बन्धित आठ विषय लखनऊ में, चार विषय आगरा स्थित भीमराव अम्बेडकर यूनीवर्सिटी ने और भौतिक विज्ञान का पाठ्यक्रम पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने तैयार किया है. प्रोफेसर दुबे ने बताया कि इस न्यूनतम साझा पाठ्यक्रम को सरकार के पास भेजा जाएगा. उसका अनुमोदन मिलने के बाद इसे राज्य विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाएगा. इस बैठक में गोरखपुर विश्वविद्यालय, सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी, रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय और प्रयागराज विश्वविद्यालय के कुलपति मौजूद थे.