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कांग्रेस ने जारी किया महिला घोषणा पत्र, महिलाओं को देगी 40 फीसदी टिकट

महिला सशक्तिकरण के इतिहास को स्पष्ट करते हुए प्रियंका ने कहा कि पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में देश को इन्दिरा गांधी, यूपी में पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में सुचेता कृपलानी कांग्रेस पार्टी की महिला सशक्तिकरण की सोच थी.

Updated on: 19 Dec 2021, 07:48 PM

highlights

  • महिलाएं एकजुट हो जाएं और तय कर लें तो इस देश की राजनीति बदल जायेगी 
  • रायबरेली में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’थीम सांग के साथ जारी किया महिला घोषणा पत्र
  • महिलाओं को 40 फ़ीसदी टिकट, रोज़गार, स्मार्टफोन और स्कूटी के साथ सुरक्षा का वादा

 

रायबरेली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने का वादा किया है. इस कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को रायबरेली में महिला घोषणा पत्र जारी किया. प्रियंका गांधी ने ‘शक्ति विधान’शीर्षक से महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए महिलाओं के स्वाभिमान, स्वावलम्बन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा, और सेहत अर्थव्यवस्था से जुड़ी तमाम घोषणाएं कीं. कांग्रेस इस समय प्रदेश में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’शक्ति संवाद महिला सशक्तिकरण महाअभियान चला रही है. इसके तहत रविवार को रायबरेली में अलग-अलग क्षेत्रों मे काम करने वाली महिलाओं और कॉलेज की लड़कियों से बातचीत किया. रायबेरली शहर के रिफार्म क्लब में आयोजित शक्ति संवाद कार्यक्रम में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और प्रभारी उत्तर प्रदेश  प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘थीम सांग’ के साथ महिला घोषणा पत्र जारी किया.  

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प्रियंका गांधी ने शक्ति विधान कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सारी महिलाएं एकजुट हो जायें और तय कर लें कि हम इस देश की राजनीति को बदल देंगे तो निश्चित ही महिला स्वाभिमान सम्मान की राजनीति बदल जायेगी. महिलायें अगर कह दें कि हमारे लिए काम करो वरना हम तुम्हें वोट नहीं देंगे. हमने महिलाओं के लिए पहली बार अलग से घोषणा पत्र बनाया है. इसका असर यह हुआ कि प्रधानमंत्री जी पहली बार महिलाओं का कार्यक्रम बुला रहें हैं. अन्य राजनीतिक दल भी अब महिलाओं के लिए घोषणाए कर रहें हैं.  मैं बहुत खुश हूं कि एक छोटी पहल से सभी पार्टियां महिलाओं के बारे में सोच रहीं हैं.

प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्नाव से हाथरस तक हर जगह यही दिखता है कि लड़कियां बहादुरी से लड़ रहीं हैं. मुझे जिन पुलिसकर्मी लड़कियों ने लखीमपुर जाते समय गिरफ्तार किया था मैंने पाया कि उनका भी शोषण हो रहा है. प्रदेश में हर कहीं महिलाओं पर अत्याचार हो रहें हैं और उल्टा पीड़ितों पर हीं मुकदमा दर्ज किया जाता है. यह गलत है इसे बदलना होगा. हम सब साथ मिलकर परिवर्तन लायेंगे. समाज को समझायेंगे महिलाओं को बराबरी का अधिकार चाहिए, महिलाओं को नकार नहीं सकते.

गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनने के बाद 20 लाख नौकरियां देने का वादा किया है, यानी 8 लाख नौकरियां महिलाओं को दी जाएंगी. महिला स्वयं सहायता समूहों को कम ब्याज़ दर पर कर्ज मुहैया कराया जाएगा. 50 फ़ीसदी महिलाओं को नौकरी पर रखने वाले संस्थानों को टैक्स में छूट दी जाएगी. इसके साथ ही महिलाओं को कांग्रेस 40 फ़ीसदी टिकट और रोज़गार में आरक्षण प्रावधानों के तहत 40 फ़ीसदी नौकरियां भी दी जायेंगी.

प्रियंका गांधी ने महिलाओं के लिए जारी किये गये घोषणा पत्र को ऐतिहासिक कदम बताया. उन्होंने कांग्रेस की ओर से महिला सशक्तिकरण के इतिहास को स्पष्ट करते हुए कहा कि 60 के दशक में पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में देश को इन्दिरा गांधी, उत्तर प्रदेश में पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में सुचेता कृपलानी और पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल कांग्रेस पार्टी की महिला सशक्तिकरण की सोच थी. 

प्रियंका गांधी ने कहा कि मां क्यों चाहती है कि उसकी बेटी पढ़ाई कर ले? क्योंकि वह अपनी बेटी को अपने जीवन का संघर्ष नहीं देना चाहती है. आपसे कहा जाता है कि आप लड़की हो. मेरा आपसे कहना है कि आप अपनी शक्ति को पहचानो. एक सिलेंडर व एक शौचालय से काम नहीं चलेगा. आप को सशक्त किया जायेगा. ताकि आपको आपका अधिकार मिले. महिलाओं सशक्त बनाने के लिहाज से इण्टर में पढ़ रही प्रत्येक लड़की को स्मार्टफोन दिया जायेगा. ताकि वह डिजिटल शिक्षा से वंचित न रहे और स्नातक की छात्राओं के आवागमन को सुरक्षित करने की दृष्टि से स्कूटी दी जायेगी.