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प्रतीकात्मक फोटो
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) ने उत्तर प्रदेश की अपनी सभी जिला इकाइयों को भंग कर दिया है. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने 303 सीटें जीती थीं. वहीं कांग्रेस ने सिर्फ 52 सीटें हासिल की. इससे भी ज्यादा करारी हार तब मिली जब कांग्रेस यूपी में सिर्फ रायबरेली सीट बचा पाई.
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जबकि अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी हार का सामना करना पड़ा. उपचुनाव के लिए प्रत्येक सीट के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. कांग्रेस ने अजय कुमार लल्लू को संगठन फेरबदल का प्रभारी नियुक्त किया है.
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आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 303 सीटों पर कब्जा किया था. जिसके बाद पीएम मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बने थे. यूपी में सपा और बसपा ने गठबंधन किया था. लेकिन उन्हें इसका कोई विशेष फायदा नहीं मिला था.
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बसपा जो 2014 के लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई उसने 2019 में 10 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं समाजवादी पार्टी 5 सीटों पर ही कामयाब हो पाई. लेकिन सबसे खराब हालत यूपी में कांग्रेस की रही. कांग्रेस अपनी परंपरागत सीट अमेठी और रायबरेली में से सिर्फ एक सीट बचा पाई.
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी सीट से हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी की स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को करीब 55 हजार वोटों से हराया. हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणआ की थी. जिसे कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने स्वीकार नहीं किया था.
HIGHLIGHTS
- उपचुनाव के मद्देनजर दो सदस्यों की समिति का गठन किया
- अजय कुमार लल्लू को संगठन फेरबदल का प्रभारी बनाया
- लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस का फैसला