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गठबंधन के लिए समाजवादी पार्टी से मिला न्योता तो कांग्रेस करेगी विचार, राशिद अल्वी ने दिया बयान

बसपा और सपा की दोस्ती टूटने के बाद से उत्तर प्रदेश की सियासत के समीकरण बदल गए हैं.

Updated on: 08 Jun 2019, 12:42 PM

नई दिल्ली:

बसपा और सपा की दोस्ती टूटने के बाद से उत्तर प्रदेश की सियासत के समीकरण बदल गए हैं. इससे प्रदेश के राजनीतिक हलकों में उथल-पुथल की संभावना बलवती होती दिख रही है. इस बीच कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा है कि अगर समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए न्योता मिलता है तो पार्टी आलाकमान इस पर विचार करेगा.

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गठबंधन के लिए सपा से न्योता मिला तो कांग्रेस करेगी विचार

News Nation से खास बातचीत में राशिद अल्वी ने कहा, 'यह बात ठीक है कि लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस की कोशिश थी कि तमाम विपक्षी दल एक साथ महागठबंधन करें. लेकिन कल और आज में स्थितियां बदल चुकी है. फिर भी अगर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल का गठबंधन हमसे गठबंधन करने के लिए कहता है तो कांग्रेस आलाकमान जरूर विचार करेगा. लेकिन अभी विधानसभा उपचुनाव में देरी है और सिर्फ 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है.'

प्रशांत किशोर प्रोफेशनल हो सकते हैं, पर सैद्धांतिक नहीं

प्रशांत किशोरको लेकर राशिद अल्वी ने कहा, 'भारत की राजनीति में पहली बार ऐसा होगा जब दो पार्टियों से एक व्यक्ति एक साथ जुड़कर काम करेंगे, जिन पार्टियों की विचारधारा और सिद्धांतों में मतभेद हैं. प्रशांत किशोर प्रोफेशनल तो हो सकते हैं पर उनकी आईडीलॉजी नहीं हो सकती. अपने आप में भारतीय राजनीति में एक नया चलन है.'

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राहुल ही संभालेंने कांग्रेस की कमान

कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर कांग्रेस के अंदर आम राय है कि राहुल गांधी को ही कांग्रेस का अध्यक्ष बना रहना चाहिए. लेकिन जहां तक कांग्रेस के संगठन और राज्य इकाइयों में परिवर्तन का सवाल है इसे लेकर में कुछ नहीं कह सकता. 

अलीगढ़ घटना कानून व्यवस्था की विफलता

कांग्रेस नेता ने अलीगढ़ घटना को कानून व्यवस्था की विफलता बताया. उन्होंने कहा, 'सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और कड़ी से कड़े कदम उठाने चाहिए. जहां तक अमरोहा में दलित दूल्हे के साथ पिटाई का मामला है. इसमें व्यवस्था के साथ-साथ शासन और सरकार की नाकामी भी नजर आती है. सरकार को सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सशक्त कोशिश करनी चाहिए थी.'

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