राम मंदिर ट्रस्ट के लिए जमीन खरीदने में कथित घोटाले को लेकर दक्षिणपंथी नेताओं पर निशाना साध रही कांग्रेस अब खुद एक बड़े विवाद में फंस गई है. प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार चंदे के विवाद में फंस गए हैं. एक स्थानीय अखबार में विज्ञापन के रूप में प्रकाशित चंदे की अपील में ललन कुमार ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी, प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की तस्वीरें लगाई हैं. उन्होंने 'मदद हमारी पहल' नाम के अभियान के तहत कोरोना पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए अपने व्यक्तिगत खाते में चंदा देने की अपील की है.
ललन कुमार ने आम जनता से स्वच्छता अभियान, हर घर में राशन और सभी की मदद के लिए चंदा मांगा है. पार्टी के एक कार्यकर्ता ने ललन कुमार को फोन किया और उनके निजी खाते में पैसे लेने पर कड़ी आपत्ति जताई. बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. ललन कुमार, बख्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. वह पिछले कई महीनों से इलाके में सक्रिय है और इलाके में अपने सामाजिक कार्यों की तस्वीरें पोस्ट करते रहते हैं.
जबकि ललन कुमार इस बात पर जोर देते हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और केवल जरूरतमंदों की मदद करने के पार्टी के फरमान का पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, लोगों के कहने पर ही धन जुटाने के प्रयास शुरू किए गए हैं. दान में मिलने वाला एक-एक पैसा लोगों को दिया जाएगा. हालांकि, राज्य कांग्रेस ने इस विवाद को गंभीरता से लिया है.
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि पार्टी ने इसकी अनुमति नहीं दी और यह ललन कुमार का निजी मामला है. उन्होंने कहा कि ललन कुमार को इसके लिए पार्टी के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य अजय राय ने कहा कि यह प्रथा गलत है और कोई भी नेता पार्टी के नाम पर व्यक्तिगत खाते में चंदा नहीं मांग सकता. उन्होंने कहा, मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है. इस पर पार्टी में चर्चा होगी.
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस अब खुद एक बड़े विवाद में फंस गई है
- प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार चंदे के विवाद में फंस गए हैं
- नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि पार्टी ने इसकी अनुमति नहीं दी