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बढ़ती बेरोजगारी और भर्ती प्रकिया पर प्रियंका गांधी का योगी सरकार पर हमला

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने रोजगार के मुद्दे पर गुरुवार को युवाओं के साथ डिजिटल संवाद किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में संविदा नीति के खिलाफ सड़क पर उतरकर आवाज उठाई जाएगी.

Updated on: 18 Sep 2020, 02:49 PM

लखनऊ:

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने रोजगार के मुद्दे पर गुरुवार को युवाओं के साथ डिजिटल संवाद किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में संविदा नीति के खिलाफ सड़क पर उतरकर आवाज उठाई जाएगी. पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक प्रियंका ने 2016 की शिक्षक भर्ती के 12460 अभ्यर्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की

उन्होंने ट्विट करते हुए लिखा,  '12460 शिक्षक भर्ती शून्य जनपद के अभ्यर्थियों संग संवाद किया. इन्होंने अच्छे अंको से परीक्षा निकाली लेकिन भर्ती नहीं मिली. बेरोजगारी और भर्ती प्रक्रियाओं में लचर व्यवस्था के चलते यूपी के लाखों युवा अन्याय के शिकार हैं. रोजगार इनका हक है. सरकार को इन युवाओं को उनका हक देना पड़ेगा.

कांग्रेस का दावा है कि 2016 की शिक्षक भर्ती विज्ञापन में 51 जिलों में पद थे लेकिन 24 जिलों में पद शून्य थे. विगत 3 साल से शून्य जनपद वाले अभ्यर्थी कोर्ट- कचहरी के चक्कर काट रहे हैं. पार्टी के अनुसार, अभ्यर्थियों ने प्रियंका गांधी को अपनी पीड़ा से अवगत कराया. प्रियंका ने वादा किया वह हरसंभव मदद करेंगी. उन्होंने यह भी कहा,‘यह हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि मानवीय संवेदनाओं का मसला है. यह न्याय का सवाल है.’

प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में समूह ख और ग की नौकरियों को पांच साल की संविदा के प्रावधान संबंधी प्रस्ताव को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा,‘यह काला कानून है. इस के खिलाफ सड़क पर उतरा जाएगा. हम ऐसी नीति लाएंगे जिसमें युवाओं का अपमान करने वाला संविदा कानून नहीं बल्कि सम्मान के कानून हों.’

(पीटीआई इनपुट के साथ)