बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ में मुस्लिम महिलाओं के धरने को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी द्वारा प्रायोजित बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की बेजीपी सरकार ही असल मायने में मुस्लिम महिलाओं की हितैषी हैं. बीजेपी ही मुस्लिम महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने का हर संभव प्रयास कर रही है.
रविवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि बीते दिनों नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के संरक्षण में हुए हिंसक प्रदर्शन के दोषियों पर सख्त कार्रवाई से विपक्ष बौखलाया हुआ है. उपद्रवियों पर हो रही कार्रवाई को रोकने के लिए ही महिलाओं को आगे कर दिया गया है. जनता कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की कारस्तानियों को अच्छी तरह समझ रही है.
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यही कारण है कि सपा व कांग्रेस की ओर से हर तरह का लालच दिए जाने के बाद भी चंद मुस्लिम महिलाएं ही धरने पर बैठीं. उन्हें अपने परिवार वालों का भी समर्थन नहीं मिला. बीजेपी प्रवक्ता ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में शुरू की गई योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास, आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य जैसी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है.
राज्य सरकार से तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को छह हजार रुपये सालाना की आर्थिक मदद भी मिलेगी. आपको बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग की तरह लखनऊ में भी शुक्रवार को सीएए व एनआरसी के विरोध में मुस्लिम महिलाओं ने खुले आसमान के नीचे डेरा डाला है. घंटाघर पार्क में बच्चों के साथ जुटी महिलाएं हाथों में तख्तियां लेकर सीएए व NRC का विरोध कर रही है.
Source : News Nation Bureau