ठंड में अगर इंसान हर तरह के गर्म कपड़े पहनकर अपने आप को ठंड से बचाता है तो इस ठंड के मौसम में भगवान को भी क्यों न गर्म कपड़े पहनाये जाएं. इस सोच के साथ धर्म की नगरी काशी में कई मंदिरों में भक्तों ने भगवान को स्वेटर और टोपी पहनाया और शॉल पहनाया. इस कड़कड़ाती ठंड में हर इंसान परेशान है हर व्यक्ति सोचता है की वो इस ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े जरुर पहन ले.
इस दौरान धर्म की नगरी काशी में भक्त अपने अलावा भगवान की भी चिंता में है. इसलिए उन्होंने भगवान को भी गर्म कपड़े पहना दिए हैं. वाराणसी के सीताराम मंदिर में जहां माता जानकी व बजरंग बली के साथ प्रभु श्रीराम की मूर्तियां मौजूद हैं. ठंड को ध्यान में रखते हुए अब जगत के पालनहार को भी गर्म कपड़े पहना दिए गए हैं.
ऊनी स्कार्फ बांधा गया
माता सीता को जहां ऊनी स्कार्फ बांधा गया है, वहीं प्रभु राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न व हनुमान जी को पहनाई गई हैं ऊनी टोपियां. भक्त और पुजारी दोनों ही यही मानते है की जब हम इस ठंड में इतने गर्म कपड़े पहन सकते है तो जगत के पालनहार को क्यों नहीं पहना सकते.
वाराणसी में पारा साढ़े 5 डिग्री तक पहुंच चुका है. इसे लेकर अब भक्त भगवान को इस ठंड से बचाने के लिए मंदिर में स्वेटर लेकर पहुंच रहे हैं. वाराणसी के लोहटिया इलाके में मौजूद प्राचीन गणेश मंदिर में भगवान की मूर्ति को गर्म रखने को लेकर कंबल ओढ़ाया गया है और सिर पर टोपी भी पहनाई गई है. गणेश मंदिर के बाहर राम जानकी मंदिर में भी राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, सीता और हनुमान को रंग बिरंगी टोपी और ऊनी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं.