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लुलु मॉल विवाद पर CM योगी का बयान, प्रशासन को सख्ती से निपटने के निर्देश

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाल ही में खुले लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ने को लेकर योगी सरकार सख्त है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग अनावश्यक टिप्पणी कर रहे हैं.

Updated on: 19 Jul 2022, 12:50 PM

highlights

  • लखनऊ प्रशासन को इस मामले को सख्ती से निपटना चाहिए: योगी 
  • लुलु मॉल को यूपी के सबसे बड़े मॉलों में गिना जाता है
  • पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों से पूछताछ हो रही है

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाल ही में खुले लुलु मॉल (lulu mall) के अंदर नमाज पढ़ने को लेकर उठे विवाद पर योगी सरकार (yogi government) सख्त है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग अनावश्यक टिप्पणी कर रहे हैं. लोगों की आवाजाही को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं. सीएम योगी ने ऐसे लोगों से निपटने के लिए प्रशासन से सख्ती दिखाने के निर्देश दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लुलु मॉल विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कहा कि कुछ लोग अनावश्यक टिप्पणी करके विवाद को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. लोगों की आवाजाही को बाधित करने का प्रयास हो रहा है.  

लखनऊ प्रशासन को इस मामले को सख्ती से निपटना चाहिए. लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वाले आरोपियों में से पुलिस ने चार को हिरासत में ले लिया है उनसे सघन पूछताछ हो रही है इन चार में से तीन आरोपियों के नाम है रहमान, रिजवान और लुकमान. पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों से पूछताछ हो रही है कि क्या इन्होंने किसी प्लानिंग के तहत साजिश के तहत लुलु मॉल में नमाज पढ़ी थी.

गौरतलब है कि लखनऊ के लुलु मॉल को यूपी के सबसे बड़े मॉलों में गिना जाता है. यह मॉल अपने निर्माण कार्य के दौरान ही चर्चा में था. अबू धाबी में मौजूद इसका मुख्यालय है. लुलु समूह की एक शाखा लखनऊ के शहीद पथ पर आरंभ की गई, जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था. 

इस बीच, लुलु मॉल परिसर के अंदर नमाज पढ़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस पर मॉल प्रशासन ने सफाई दी है कि उसके 80 प्रतिशत कर्मचारी हिंदू हैं. मॉल से यह सफाई तब आई जब उस पर आरोप लग रहे हैं कि मॉल अपनी रोजगार नीति में पक्षपात कर रहा है. यहां पर मुस्लिमों को तरजीह दी जा रही है.