Coronavirus (Covid-19) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लोकभवन में टीम 11 के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन (Lockdown) के बाद श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए सरकार की ओर से निजी क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को अपने यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों के वेतन पारिश्रमिक भुगतान का निर्देश दिया था. इसके फलस्वरूप प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों में 512 करोड़ का भुगतान हो चुका है. प्रदेश के करीब 24 लाख श्रमिकों को 1000 की राहत राशि का भुगतान हो चुका है.
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बचे हुए लोगों को भी युद्ध स्तर पर राहत राशि देने के निर्देश
सीएम ने बचे हुए अन्य लोगों को भी युद्ध स्तर पर राहत राशि देने के निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने सभी तरह के निर्माण कार्य में लगे पंजीकृत श्रमिकों, फेरी नीति से आच्छादित श्रमिकों, मुख्यमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान से आच्छादित 16 कैटेगरी के श्रमिकों को भरण पोषण भत्ते के तौर पर दी जा रही आर्थिक और खाधान्न सहायता की समीक्षा की. औघोगिक इकाइयों व निजी क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों के लॉकडाउन अवधि के दौरान के वेतन भुगतान की समीक्षा की. औद्योगिक इकाईयों के कर्मचारियों को अब तक लॉकडाउन की अवधि का 512.98 करोड़ रुपये का वेतन भुगतान कराया गया.
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हर व्यक्ति को युद्धस्तर पर चिन्हित कर तत्काल 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता
प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन से प्रभावित पंजीकृत निर्माण श्रमिकों, फेरी नीति से आच्छादित श्रमिकों एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान श्रेणी से आच्छादित कुल 23.70 लाख श्रमिकों को अपने संसाधनों से दिया 236.98 करोड़ भरण पोषण भत्ता परिवार के भरण पोषण में अक्षम, आर्थिक रूप से कमजोर हर व्यक्ति को युद्धस्तर पर चिन्हित कर तत्काल 1000 रुपये का भरण पोषण भत्ता दिए जाने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए.