सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज से पूरे प्रदेश में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुवात की। बीआरडी मेडिकल कालेज के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम के साथ गोरखपुर के सभी सांसद और विधायक भी मौजूद रहे। सीएम ने इसके पहले स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग और कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया. यहां पर सीएम ने 2 बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट दिया। सीएम योगी ने इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के द्वारा एंबुलेंस और स्वच्छता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस कार्यक्रम में आये डॉक्टरों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशाओं को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 4 साल पहले दिमागी बुखार के कहर को जिसने देखा और महसूस किया है उसके लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। जुलाई महीने में प्रदेश के 38 जिलों में दिमागी बुखार से मौतें होती थी। भीड़ अधिक होने से सबकुछ अस्त व्यस्त हो जाता था और इस बीमारी को लोग भगवान भरोसे छोड़ देते थे। पिछले 4 साल में शिक्षकों, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकत्रियों, पुष्टाहार विभाग, स्वास्थ्य, नगर निगम और पंचायत ने एक साथ मिलकर अभियान को आगे बढ़ाया था और इसकी वजह से इंसेफ्लाइटिस के साथ दूसरी बीमारियों से भी प्रत्येक व्यक्ति को बचाया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज से शुरू हुआ यह कार्यक्रम अगले 3 महीने तक चलेगा। बरसात के समय ही यह बीमारियां अधिक होती हैं इसलिए इस कार्यक्रम की इस समय शुरुआत हुई है। इंसेफ्लाइटिस की जो लड़ाई यहां थी, उसे मेरे साथ यहां पर मौजूद लोग लड़े हैं। उसी लंबी लड़ाई को लड़ने का परिणाम है कि हमें पता चला कि इसका खात्मा कैसे होगा। स्वच्छ भारत मिशन दिमागी बुखार के उन्मूलन की नींव बनी। गांव हो या शहर, गली हो या मुहल्ला, हर जगह यह अभियान बृहद स्तर पर चला।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आशाओं और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इंसेफेलाइटिस ऐसी बीमारी है कि अगर समय रहते उचित उपचार नहीं हुआ तो बच्चा शारिरिक विकलांगता का शिकार हो जाता है। पहले बीमारी से बचाओ, अगर बीमारी आ भी गयी तो तुरंत उपचार कराओ। देर की तो दिक्कत हो सकती है। यूपी के अंदर अलग अलग क्षेत्र में अलग अलग बीमारी देखी जाती है। धीरे धीरे करके सभी बीमारियों पर नियंत्रण किया जा रहा है। सीएम योगी ने दावा किया कि इंसेफेलाइटिस के साथ कालाजार, पोलियो, फाइलेरिया जैसी बीमारियों को नियंत्रण करने में वह जुटे हुए हैं।
Source : Deepak Shrivastava