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CM दफ्तर के कुछ अफसर हुए कोरोना पॉजिटिव, सीएम योगी ने खुद को आइसोलेट किया

देश में एक बार फिर कोरोना महामारी (Corona Virus) फैल रही है. इसे लेकर कई राज्यों ने कोरोना की नई गाइडलाइड जारी की है. उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के केसों में लगातार इजाफा हो रहा है. इस बीच यूपी के सीएम दफ्तर से एक बड़ी खबर सामने आई है.

Updated on: 13 Apr 2021, 07:37 PM

लखनऊ:

देश में एक बार फिर कोरोना महामारी (Corona Virus) फैल रही है. इसे लेकर कई राज्यों ने कोरोना की नई गाइडलाइड जारी की है. उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के केसों में लगातार इजाफा हो रहा है. इस बीच यूपी के सीएम दफ्तर से एक बड़ी खबर सामने आई है. सीएम दफ्तर के कुछ आफिसर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath ) ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. इसकी जानकारी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर दी है. वहीं, प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम योगी एक्शन मूड में हैं. 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं. यह अधिकारी मेरे संपर्क में रहे हैं, अत: एहतियातन अपने को आइसोलेट कर दिया है एवं सभी कार्य वर्चुअली प्रारंभ कर रहा हूं.

महामारी में असहयोग करने वाले निजी संस्थानों पर करें कार्रवाई: सीएम योगी

वहीं, आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कोरोना को लेकर अधिकारियों को युद्ध गति से कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सख्त निर्देश दिए हैं कि हर हाल में प्रदेश में एल 2 और एल 3 स्तर के बेडों की संख्या में जल्द से जल्द इजाफा करें, यदि निजी संस्थान इस महामारी में असहयोग कर रहे हैं, तो उनके खिलाफ कार्यवाही करें. इसके अलावा उन्होंने एमबीबीएस के चौथे और पांचवें साल के छात्रों की परिक्षाएं निरस्त होने के कारण इनकी ड्यूटी हास्पिटल में लगाने के निर्देश दिए हैं.

सीएम योगी ने मंगलवार की सुबह सरकारी आवास से कोरोना के प्रभावी रोकथाम को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ वर्चुअली समीक्षा बैठक की. सीएम योगी ने बेड बढ़ाने के लिए सरकारी संस्थानों, निजी मेडिकल कॉलेजों के अलावा अन्य विकल्पों पर भी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं. उन्होंने टेस्ट की क्षमता बढ़ाने के लिए केजीएमयू में 5500 से 1100 और राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 5000 से एक हजार करने के निर्देश दिए हैं. पूर्व में आगरा, बरेली और नोएडा में संचालित केंद्रीय संस्थाओं की लैब में 12 सौ जांचें रोजाना होती थीं. सीएम योगी ने इनका भी उपयोग करने के निर्देश दिए हैं.