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उत्तर प्रदेश में कोरोना से लड़ने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों से अलर्ट रहने को कहा

जांच के लिए नमूने को केजीएमसी भेजा गया है. वहीं आगरा से लौटे 13 में से छह लोगों में भी कुछ लक्षण दिखे हैं.

Updated on: 04 Mar 2020, 02:20 PM

Lucknow:

चीन समेत कई देशों के लिए घातक बन चुके कोरानावायरस ने अब उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी है. सऊदी अरब से लौटे अयोध्या के एक युवक में कोरोनावायरस के लक्षण मिलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जांच के लिए नमूने को केजीएमसी भेजा गया है. वहीं आगरा से लौटे 13 में से छह लोगों में भी कुछ लक्षण दिखे हैं. इसके अलावा बुलंदशहर के सिकंदराबाद में एक परिवार के चार सदस्यों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है. उन्होंने इससे बचने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा है. इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं भी दिए जाने की बात कही है.

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स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कोरोना के संदिग्ध मामलों के सामने आने पर अब तक उठाए गए कदमों की समीक्षा की है. उन्होंने बताया, "अभी तक चीन सहित कोरोना वायरस संक्रमित देशों से यात्रा कर लौटे 2,698 यात्रियों को चिन्हित किया गया है. इसमें 1,570 संदिग्ध मरीजांे ने 28 दिन तक होम आइसोलेशन यानी कि घर में ही अलग रखे जाने की मियाद पूरी कर ली है. कोरोना वायरस को देखते हुए उप्र की सीमाओं में पर्याप्त चौकसी की जा रही है. अभी तक 9.52 लाख लोगों को स्क्रीनिंग के बाद उप्र में प्रवेश दिया गया है."

राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया है. इसमें अधिकारियों ने होटल में ठहरने वाले विदेशी यात्रियों की जांच का फैसला लिया है. स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रमुख होटलों में जाकर जांच करेंगी. सभी होटल संचालकों से अपील की गई है कि विदेशों से आने वालों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें.

खन्ना ने कहा, "प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज, मेडिकल संस्थान व चिकित्सा विश्वविद्यालयों में 10-10 बेड आरक्षित किए गए हैं. इसके अलावा 820 आईसोलेशन बेड भी आरक्षित किए गए हैं."

उन्होंने बताया, "कोरोनावायरस के संदिग्ध मरीजों के बेहतर इलाज के लिए ऑक्सीजन, वेंटिलेटर समेत अन्य आवश्यक सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था भी की गई है." लखनऊ के सीमएमओ नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया, "सभी थानों प्रभारियों को पत्र भेजा गया है. उनसे कहा गया है, कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई सूची के प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग में स्वास्थ्य विभाग की मदद करें. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और नर्सिग होम एसोसिएशन इसके अलावा पीडब्लयूडी, पंचायती राज, एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग से सहयोग लिया जा रहा है."

डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया, "सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया है. इसके साथ लोगों की मदद के लिए कन्ट्रोल रूम भी बनाए गए हैं. विदेश से आने वाले यात्रियों की निगरानी के लिए अमौसी एअरपोर्ट पर पूरे इंतजाम किए गए हैं. एयरपोर्ट पर हेल्प डेस्क की व्यवस्था है, जहां छह डॉक्टर और आठ पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात है. निगरानी के लिए एक थर्मल स्कैनर और दो इंफ्रारेड थर्मामीटर का इंतजाम है. आपात स्थिति के लिए एक एम्बुलेंस भी तैयार है."