प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर करने के लिए योगी सरकार (Yogi Government) ठोस कदम उठा रही है. सरकार का मकसद न केवल डॉक्टर तैयार करना है, बल्कि प्रदेश के लोगों को उच्चस्तरीय व सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना भी है. पिछले ढाई सालों में इसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है. आज प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं गरीबों की उम्मीद बन रही है.
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 नवंबर को लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के 14 मंजिला एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे. अब इस भवन में एमबीबीएस के छात्रों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी.
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आधुनिक सुविधाओं से लैस इस इमारत में लेक्चर थियेटर से लेकर लैब व लाइब्रेरी तक की व्यवस्था होगी. गौर करने वाली बात है कि अब एक ही भवन में एमबीबीएस छात्रों की पढ़ाई के साथ-साथ 40 विभाग भी होंगे. वहीं यह भवन 363 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है. वहीं इस भवन में 240 रूम फैकल्टी के लिए बनाए गए जो यहां तैनात डॉक्टरों को दिए जाएंगे. इस भवन में दो लैब होंगी जोकि हाईटेक उपकरणों से लैस होंगी.
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साल 2017 में जब उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और बेहतर बनाने की ठानी. नतीजन प्रदेश में मेडिकल सुविधाएं तेजी से बढ़ी है़. चाहे वो नये मेडिकल कॉलेज की बात हो या एम्स निर्माण की. आंकड़े इसके सबूत हैं.
उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद से साल 2014 तक सिर्फ 13 मेडिकल कॉलेज थे, पर योगी सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में रिकॉर्ड 15 नए मेडिकल कॉलेज बने. इनमें से आठ का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके अलावा 14 राजकीय मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश में 7 मेडिकल कॉलेजों अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, बदायूं और शाहजहांपुर और राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई भी शुरू हो गई है.
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उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि गोरखपुर और रायबरेली में एम्स का निर्माण कार्य प्रगति पर है. इन दोनों एम्स में ओपीडी चल रही है और एमबीबीएस की 50-50 सीटों पर दाखिला भी हो चुका है. प्रदेश में पहली बार 250 नई एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस संचालित की गई है.
लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में एक नए चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य प्रगति पर है. ये आंकड़े खुद सरकार की सफलता को बताते हैं. जाहिर है वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश में मेडिकल सेवाओं के लिए दूसरे प्रदेशों के लिए मिसाल बनेगा.
HIGHLIGHTS
- 14 मंजिला एकेडमिक ब्लॉक का होगा उद्घाटन
- 363 करोड़ की लागत से बना बै यह भवन
- फैकल्टी के लिए बनाए जा रहे हैं 240 कमरे
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो