कभी अंगूठी बेचकर चलाता था गुजारा, करोड़ों का सम्राज्य ऐसे खड़ा किया

बलरामपुर के लोगों का कहना है कि छांगुर बाबा को काफी पहले साइकिल पर अंगूठी बेचते हुए देखा गया था. बाद में वह मुंबई चला गया और यहां से लौटने के बाद उसकी किस्मत पलट गई. 

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Mohit Saxena
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बलरामपुर के लोगों का कहना है कि छांगुर बाबा को काफी पहले साइकिल पर अंगूठी बेचते हुए देखा गया था. बाद में वह मुंबई चला गया और यहां से लौटने के बाद उसकी किस्मत पलट गई. 

कभी साइकिल पर गली-गली घूमकर अंगूठी बेचने वाला छांगुर बाबा करोड़ों रुपये का मालिक बना गया. बलरामपुर के लोग समझ नहीं पाए रहे हैं कि आखिर कैसे इतना बड़ा सम्राज्य खड़ा कर दिया? आपको बता दें कि धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तारी के बाद जब छांगुर बाबा की लग्जरी कोठी और उसकी आलीशान सुविधाओं का राज खुला तो अफसर भी हैरान रह गए. बलरामपुर की हवेली से जो सुराग मिले, वे सीधे एक बड़े धर्मांतरण नेटवर्क की राज खोलता है. बलरामपुर की हवेली से कई सुराग मिले. एक स्थानीय बुजुर्ग का कहना है कि पहले गली-गली घूमकर अंगूठी बेचता था. इसके बाद मुंबई चला गया. लौटने के बाद जैसे उसकी किस्मत बदल गई. बलरामपुर में बनी छांगुर बाबा की हवेली किसी किले से कम नहीं है. बताया जाता है कि उसके पास 100 करोड़ से ज्यादा संपत्ति बताई जा रही है. 

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