उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड और उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा गलत तरीके से तमाम जमीनों की खरीद फरोख्त की जांच सीबीआई करेगी. राज्य की योगी सरकार ने इन मामलों में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. लगातार सरकार को वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की खरीद और ट्रांसफर में गड़बड़ियों की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है.
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News State से खास बातचीत में इस मामले को लेकर राज्य सरकार के वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि पिछले कई सालों से मुस्लिम समाज के लोग वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की जांच की मांग कर रहे थे. अब इस जांच की जद में सफेडफोश, नेता और अधिकारी आने वाले हैं.
हालांकि शिया वक्फ बोर्ड ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है. शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख वसीम रिजवी ने कहा कि जांच में सहयोग किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड भ्रष्ट मतवलियों की एक लिस्ट बना रहा है. वहीं वक्फ संपत्तियों की सीबीआई जांच पर फिरंगी महल मौलाना सुफियान निजामी का कहना है कि सीबीआई की जांच बाकी सभी शिकायतों पर भी हो जानी चाहिए, ताकि जिन लोगों ने वक्फ संपत्तियों में गड़बड़ की है और जो सत्ता में आज अपना मुकाम हासिल करना चाहते हैं उनकी असलियत सामने आ जाये.
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इस संबंध में पहले ही प्रयागराज और लखनऊ के थानों में मुकदमे दर्ज किए गए थे. 26 अगस्त 2016 प्रयागराज कोतवाली में केस दर्ज हुआ था और 27 मार्च 2017 को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा लिखवाया गया. जिनमें मामलों की सीबीआई जांच करवाने की सिफारिश की गई थी. बता दें कि अभी तक दोनों मामले सिर्फ शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के हैं. जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड का कोई मामला नहीं है.
Source : अविनाश सिंह