कोरोना के बढ़ते केस को लेकर डीजी हेल्थ डॉ. डीएस नेगी ने कहा कि कोरोना की सेकंड वेव के बीच मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद में केस बढ़ रहे हैं. केस न बढ़े इसके लिए सघन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर रहे हैं. 1 मरीज पर 25 कांटेक्ट ट्रेस करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. फोकस सर्विलांस पर ज़ोर दे रहे हैं, जनपद के एरिया को मैप कर रहे हैं. जिसके बाद पॉजिटिव केस जहां मिले वहां सघन सर्विलांस किया जा रहा है.
कांटेक्ट ट्रेसिंग और फोकस सर्विलांस में जो लोग मिलते हैं या तो उन्हें अस्पताल में या फिर होम आइसोलेशन में रख रहे हैं. 15 जिलों में मेरठ मंडल और झांसी पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है. फल, सब्ज़ी विक्रेता, दूध विक्रेता जो कई जगह जाते हैं, ऑटो रिक्शा, रिकशा वाले जो हैं उनको सेपरेट करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
वैक्सीन आने से पहले हम कोल्ड चैन पर काम कर रहे हैं. जनपदों में कोल्ड स्टोरेज पर 15 दिसंबर से पहले काम पूरा किया जा रहा है. आइस लैंडर रेफ्रिजरेटर हैं, जो भी वैक्सीन करियर केंद्र द्वारा दिये जाने हैं. उनकी मांग हमने अपनी तरफ से रख दी है. 15 दिसंबर तक हम अपनी तैयारियां को अंजाम दे देंगे.
स्वास्थ्य कर्मियों का डेटा हमने जुटा लिया है, ताकि वैक्सीनेशन में उनका उपयोग किया जा सकेगा और ये भी पता लगेगा कि कितने स्वास्थ कर्मियों को वैक्सीन लगाया जाना है. निजी और सरकारी दोनों का डेटा जुटाया जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मी मरीजों के संपर्क में आते है, front line वर्कर हैं या 65 से ऊपर वाले लोग जिनको comorbid कंडीशन ज्यादा होती है. इसलिए लगता है कि इन लोगों को वैक्सीन पहले लगना चाहिए.
Source : News Nation Bureau