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पराली जलाने पर योगी सरकार हुई सख्त, 7 लेखपाल निलंबित, 178 किसानों पर मुकदमा

पराली जलाने पर देश की शीर्ष कोर्ट के साथ ही एनजीटी और शासन-प्रशासन की सख्ती के बावजूद भी पराली जलाने की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. जिसके बाद से स्थानीय प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए पराली जलाने के आरोप में किसानों के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है.

Updated on: 19 Nov 2019, 11:23 AM

highlights

  • कई जिलों में किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है
  • सैटेलाइट के जरिए भी की जा रही है निगरानी
  • किसानों को लेखपाल नोटिस भी जारी कर रहे हैं

लखनऊ:

पराली जलाने (Stubble Burning) पर देश की शीर्ष कोर्ट के साथ ही एनजीटी और शासन-प्रशासन की सख्ती के बावजूद भी पराली जलाने (Stubble Burning) की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. जिसके बाद से स्थानीय प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए पराली जलाने (Stubble Burning) के आरोप में किसानों (Farmers) के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है. सोमवार को 178 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया. जबकि 189 को नोटिस देकर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. हरदोई में प्राविधिक सहायक के साथ चार लेखपाल, मथुरा में दो तथा बुलंदशहर में एक लेखपाल को निलंबित किया गया है. पीलीभीत में दरोगा को लाइन हाजिर किया गया है.

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इसके साथ ही दर्जनों किसानों, भवन निर्माण करने वालों और फैक्ट्री संचालक पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है. मथुरा में पराली जलाने से रोकने में नाकामयाब होने वाले दो लेखपालों पर भी निलंबन की गाज गिरी है. जबकि भूमि संरक्षण अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है, इसके साथ ही भूमि संरक्षण अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति की गई है.

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रायबरेली के सवैया गांव के किसान इरशाद खान को पराली जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. कोर्ट ने फिलहाल उसे जमानत दे दी है. हरदोई में उप निदेशक कृषि डॉ. आशुतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि जरौली शेरपुर में पराली जलाने पर छह किसानों पर 12500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

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वहीं पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश न लगा पाने पर प्राविधिक सहायक आदर्श कुमार को निलंबित कर दिया गया है. सीतापुर के महमूदाबाद में 11 किसानों को नोटिस जारी किया गया है. सैटेलाइट सर्वे के आधार पर स्थलीय जांच करने के बाद कौशांबी जिले में पराली जलाने वाले 12 से अधिक किसानों पर कार्रवाई की गई है. 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.

कानपुर में भी पराली जलाने को लेकर सख्ती देखने को मिल रही है. कानपुर देहात में पराली जलाने पर छह किसानों पर ढाई-ढाई हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है. कन्नौज में पांच पर मुकदमा दर्ज किया गया है. औरैया जिले में 156 किसानों को नोटिस जारी किया गया है. तीन किसानों की गिरफ्तारी हुई है और 3.90 लाख रुपये का जुर्माना लगा है.

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छह लेखपालों को नोटिस जारी हुआ है. इटावा में एक किसान पर मुकदमा दर्ज कराया गया है और 224 किसानों पर जुर्माना लगाकर 5 लाख 67 हजार 500 रुपये वसूले गए हैं. फतेहपुर में 2 किसानों से 5 हजार रुपये की वसूली हुई है. जालौन में भी जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए 27 किसानों पर मुकदमा दर्ज किया है. एक किसान पर 2500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

बरेली में पराली जलाने की घटनाओं में कमी नहीं हो रही है. डीएम नितीश कुमार व एसएसपी शैलेश पांडेय को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है. इसके बाद से लेखपाल और कानूनगो अपने-अपने क्षेत्र में एक्टिव दिख रहे हैं. पीलीभीत के पूरनपुर में तीन दिनों से पराली जलाने की शिकायत की जा रही थी. लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुए. जिसके कारण से एक दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है. चार सिपाहियों से जवाब तलब किया गया है.

सैटेलाइट से चिन्हित हो रहे किसान

सैटेलाइट के जरिए मुरादाबाद में तीन जगहों पर पराली जलाने का पता चला है. अलीगढ़ में 35 किसानों को चिन्हित किया गया है. इनमें से 27 किसान खैर तहसील क्षेत्र के हैं. तहसील स्तर पर इनके खेतों की पैमाइश पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है.