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सपा नेता पर थाई महिला मामले में भाजपा सांसद को बदनाम करने का आरोप

सपा नेता और दो अन्य, रामदत्त तिवारी और महेंद्र कुड़िया ने कथित रूप से इस महीने की शुरूआत में राज्य की राजधानी में 41 वर्षीय थाई महिला की मौत से संबंधित एक मामले में सांसद के परिवार का नाम घसीटा था.

Updated on: 12 May 2021, 04:32 PM

highlights

  • भाजपा सांसद संजय सेठ और उनके परिवार को बदनाम करने के लिए एफआईआर दर्ज की
  • लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो चुकी है

लखनऊ:

लखनऊ पुलिस ने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आई. पी. सिंह और दो अन्य लोगों पर सोशल मीडिया पर भाजपा सांसद संजय सेठ और उनके परिवार को कथित रूप से बदनाम करने के लिए एफआईआर दर्ज की. सपा नेता और दो अन्य, रामदत्त तिवारी और महेंद्र कुड़िया ने कथित रूप से इस महीने की शुरूआत में राज्य की राजधानी में 41 वर्षीय थाई महिला की मौत से संबंधित एक मामले में सांसद के परिवार का नाम घसीटा था. महिला की कोविड से मृत्यु हो गई थी और लखनऊ में उसकी उपस्थिति के बारे में सवाल उठाए गए थे. सासंद के ओएसडी अनूप कुमार पांडे ने बताया कि गौतम पल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत आईपीसी की धारा 500 (मानहानि) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत दर्ज की गई है. लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो चुकी है. कुड़िया के ट्विटर प्रोफाइल में कहा गया है कि वह एक पत्रकार हैं.

अपनी शिकायत में, पांडे ने कहा, '' मुझे मेरे दोस्तों ने बताया कि संजय सेठ और उनके परिवार को बदनाम करने वाले कुछ फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे हैं. एक व्यक्ति आईपी सिंह ने ट्विटर पर कुछ पोस्ट किया और इसे रामदत्त तिवारी ने एक तस्वीर के साथ रीट्वीट किया. इसकी जांच करने और पोस्ट के स्रोत को खोजने की आवश्यकता है. पोस्ट की सामग्री विचित्र और झूठी थी. महेंद्र कुड़िया ने भी पोस्ट साझा किया. इसी तरह के पोस्ट व्हाट्सएप पर भी प्रसारित किए गए थे.''

उन्होंने महिला की पहचान और विवरण, लखनऊ में रहने के विवरण और उसके संपर्कों की जांच की मांग की. शिकायत में कहा गया, कुछ लोग देश में शांति भंग करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं और समाज के लोगों की छवि को खराब कर रहे हैं. इसके जबाव में समाजवादी पार्टी के नेता ने इसे '' राजनीतिक दबाव '' में उठाया गया कदम करार करते हुए ट्विटर पर लिखा, '' मुझे मीडिया में दोस्तों के माध्यम से बताया गया है कि मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उपचार के बिना महिला की मृत्यु हो गई और मीडिया रिपोटरें में एक प्रमुख व्यवसायी का नाम दिखाई दिया. पुलिस की शिथिलता पर कोई सवाल नहीं किया गया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. मेरा अपराध -जांच की मांग करना.