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UP में आज हो सकता है योगी मंत्रिमंडल विस्तार, गणित साधने की रणनीति

उत्तर प्रदेश में अगले साल आसन्न विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है. केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब बारी योगी मंत्रिमंडल की है.

Updated on: 26 Sep 2021, 02:35 PM

highlights

  • इसमें 7-8 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है
  • गणित के मुताबिक यूपी में 60 मंत्री हो सकते हैं
  • मौजूदा कैबिनेट से कोई भी मंत्री नहीं हटाया जाएगा

UttarPradesh:

उत्तर प्रदेश में अगले साल आसन्न विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है. केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब बारी योगी मंत्रिमंडल की है. सूत्र बताते हैं कि रविवार शाम योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है . इसमें 7-8 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है. इस विस्तार के जरिए बीजेपी आलाकमान प्रदेश के सभी समीकरण साधने की कोशिश करेगा. योगी मंत्रिमंडल में विस्तार की संभावनाओं को इससे बी बल मिल रहा है कि राजभवन में भी काफी सक्रियता देखी जा रही है. फिलहाल योगी सरकार के मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, जबकि 21 राज्य मंत्री हैं.  गणित के मुताबिक यूपी में 60 मंत्री हो सकते हैं. 

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सूत्रों के मुताबिक जितिन प्रसाद, संजय निषाद, बेबी रानी मौर्य, संगीता बलवंत बिंद, तेजपाल नागर सहित आधा दर्जन मंत्री शपथ ले सकते हैं. इसके अलावा पलटू राम, दिनेश खटीक, कृष्णा पासवान का नाम भी मंत्री पद की दौड़ शामिल है. बताया जा रहा है की शाम 6 बजे के आसपास मंत्री मंडल का विस्तार हो सकता है. जानकारी मिली है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी शाम तक लखनऊ पहुंच जाएंगी. बीजेपी संगठन के सूत्रों की मानें तो आज ही नए मंत्री शपथ ले सकते हैं. लगभग चार महीने बाद होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस कैबिनेट विस्तार को काफी अहम माना जा रहा है. गौरतलब है कि इसी साल 8 जुलाई को हुए मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में भी उत्तर प्रदेश के नेताओं को खास तरजीह दी गई थी. इसके जरिए भी केंद्र में यूपी चुनाव के मद्देनजर जातीय समीकरण साधने का प्रयास किया गया था. 

नहीं हटाया जाएगा कोई मंत्री

सूत्रों का साफ कहना है कि संघ ने बीजेपी को सलाह दी है कि मौजूदा कैबिनेट से कोई भी मंत्री नहीं हटाया जाए. इसके पीछे संघ का वह रिपोर्ट  कार्ड काम कर रहा है, जो उसने जमीनी स्तर पर जायजा लेकर तैयार किया है. ऐसे में संघ का मानना है कि योगी मंत्रिमंडल से नामों को हटाने का बीजेपी को सीधा नुकसान हो सकता है. संभवतः इसीलिए बीजेपी आलाकमान ने भी यूपी को लेकर संघ की यह सलाह मान ली है. रविवार को संघ की आनुषांगिक संगठनों की बैठक के बाद सीएम, स्वतंत्र देव सिंह, सुनील बंसल और दोनों डिप्टी सीएम संघ के सरकार्यवाह दत्रात्रेय होसबोले के साथ बैठे थे. उसमें योगी के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक सहमति बनाई गई. बैठक से लौटने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने कुछ नामों पर चर्चा भी की.