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इस राज्य में ब्लैक फंगस महामारी घोषित, सरकार ने कहा- काला संक्रमण घातक

उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को घातक संक्रमण काले फंगस को महामारी घोषित कर दिया. राज्य में अब तक म्यूकोर्मिकोसिस के 169 मामले दर्ज किए गए हैं और इससे आठ मौतें हुई हैं.

Updated on: 21 May 2021, 10:18 PM

highlights

  • राजस्थान ने 'ब्लैक फंगस' को महामारी करार दिया
  • तेलंगाना ने ब्लैक फंगस को एक खतरनाक बीमारी घोषित किया
  • इन राज्यों ने भी घोषित किया ब्लैक फंगस को एक खतरनाक बीमारी

 

 

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को घातक संक्रमण काले फंगस को महामारी घोषित कर दिया. राज्य में अब तक म्यूकोर्मिकोसिस के 169 मामले दर्ज किए गए हैं और इससे आठ मौतें हुई हैं. गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत काले फंगस या म्यूकोर्मिकोसिस को एक उल्लेखनीय बीमारी बनाने का आग्रह किया था, जिसमें कहा गया था कि संक्रमण से कोविड-19 रोगियों की संख्या और मृत्यु दर बढ़ रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था, "आपसे महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत म्यूकोर्मिकोसिस को एक सूचनीय रोग बनाने का अनुरोध किया जाता है, जिसमें सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाएं, मेडिकल कॉलेज म्यूकोर्मिकोसिस की जांच, निदान, प्रबंधन के लिए दिशानिर्देशों का पालन करेंगे."

राजस्थान ने 'ब्लैक फंगस' को महामारी करार दिया
राजस्थान सरकार ने राज्य के कई जिलों में ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए बुधवार को इसे महामारी करार दिया. अधिकारियों ने इसकी सूचना दी है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा ने कहा कि ब्लैक फंगस कोविड-19 के दुष्प्रभाव के रूप में उभरा है और चूंकि इनका उपचार भी एक जैसा है इसलिए इसे राजस्थान महामारी अधिनियम के तहत एक महामारी और उल्लेखनीय बीमारी के रूप में घोषित किया गया है, जैसा कि पहले कोविड के लिए किया गया था. 

तेलंगाना ने ब्लैक फंगस को एक खतरनाक बीमारी घोषित किया

तेलंगाना सरकार ने महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत फंगल संक्रमण म्यूकोर्मिकोसिस को एक खतरनाक बीमारी घोषित किया है. सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाएं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा जारी म्यूकोर्मिकोसिस की जांच, निदान और प्रबंधन के लिए दिशानिर्देशों का पालन करेंगे. सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए म्यूकोर्मिकोसिस (जिसे ब्लैक फंगस भी कहा जाता है) के सभी संदिग्ध और पुष्ट मामलों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य कर दिया गया है.

इन राज्यों ने भी घोषित किया ब्लैक फंगस को एक खतरनाक बीमारी

सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सरकारी और निजी अस्पतालों के लिए सभी संदिग्ध और पुष्ट मामलों की रिपोर्ट करना अनिवार्य करने को कहा है. केंद्र को जवाब देते हुए, तमिलनाडु, ओडिशा, गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है. तेलंगाना और राजस्थान ने कुछ दिन पहले ही म्यूकोर्मिकोसिस को महामारी घोषित कर दिया था.