समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर कृषि अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाया है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नीतियों से कृषि अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट और बर्बाद हो गई है. किसान प्राकृतिक आपदा से ज्यादा सरकारी रवैये से संकट में है. भाजपा ने कर्ज माफी, आय दुगनी करने तथा उपज की उत्पादन लागत का डेढ़ गुना दाम देने के झूठे वादों से उसके वोट ले लिए और फिर कारपोरेट के पास उसको बंधक बनाने की साजिश को अंजाम दे दिया.
समाजवादी पार्टी के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बेमौसम बरसात और धान की खरीद में भ्रष्टाचार के चलते किसान बदहाली में है और सरकार उसके प्रति संवेदनाशून्य व्यवहार कर रही है. प्रेस विज्ञप्ति में पराली जलाने को लेकर भी किसानों का उत्पीड़न की बात भी कही गयी है. धान की खरीद में हो रहे अनियमितता पर प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1888 रूपए प्रति क्विंटल है किन्तु बाजार में उसे हजार, बारह सौ रूपये में ही बेचना पड़ रहा है.
प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाया गया है कि भाजपा राज में एक अक्टूबर 2020 से डीएपी खाद पर 50 रूपये और एन.पी.के. खाद पर 78 रूपये प्रति बोरी दाम बढ़े हैं. जिसके लिए किसान को किसी न किसी साहूकार के चंगुल में फंसना पड़ता है. बता दें कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों पर किसान के शोषण और उत्पीड़न का आरोप लगते हुए समाजवादी पार्टी के प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसान अब 2022 के विधानसभा चुनावों की प्रतीक्षा कर रहे हैं जिसमे वह अपने मन की नई समाजवादी सरकार चुनेगा.
Source : News Nation Bureau