भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने साफ कर दिया है कि वह मुख्यमंत्री के चेहरे के बिना ही उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रेसिडेंट केशव प्रसाद मौर्या ने कहा, 'चुनाव जीतने के बाद ही पार्टी का संसदीय बोर्ड मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करेगी।'
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। सत्ताधारी समाजवादी पार्टी भी साफ कर चुकी है कि उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान मौजूदा मुख्यंत्री अखिलेश यादव ही पार्टी का चेहरा होंगे।
वहीं कांग्रेस भी चुनाव से पहले ब्राह्मण कार्ड पर भरोसा जताते हुए दिल्ली की पूर्व मु़ख्यमंत्री शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना चुकी है।
बरेली में मीडिया से बातचीत करते हुए मौर्य ने कहा, '2017 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों को बीजेपी के उम्मीदवार का इंतजार है। बीजेपी अपनी साफ नीति पर चलते हुए बिना किसी चेहरे के ही चुनाव लड़ेगी।'
इससे पहले बीजेपी ने दिल्ली और असम में मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ चुनाव लड़ा था लेकिन उसे दिल्ल में बुरी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि असम में पार्टी को जबरदस्त जीत मिली थी।
पार्टी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में बिना सीएम उम्मीदवार के ही चुनाव लड़ा था लेकिन इन राज्यों में पार्टी को जीत मिली और वह सरकार बनाने में सफल रही।
Source : News Nation Bureau