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असंगठित कामगारों संग भोजन करेंगे बीजेपी नेता, चुनावी समर की तैयारी

राज्य में असंठित श्रमिकों की संख्या तकरीबन 7 करोड़ के आस-पास है, जिसमें से सवा करोड़ लोगों का पंजीकरण हो चुका है.

Updated on: 14 Nov 2021, 02:20 PM

highlights

  • आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी सक्रिय
  • संगठित और असंगठित कामगारों को के बीच पैठ बढ़ाने पर जोर
  • 25 नवंबर से 30 नवंबर सहभोज का कार्यक्रम असंठित कामगारों के बीच

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती है. अब पार्टी राज्य के संगठित और असंगठित कामगारों के बीच पैठ बढ़ाने जा रही है. इसके लिए विशेष अभियान चलाकर सहभोज और चौपाल के कार्यक्रम निर्धारित किए गये हैं. श्रमिक प्रकोष्ठ के जिम्में इस कार्यक्रम को तय किया गया है. भाजपा को लगता है केन्द्र और राज्य सरकार की तमाम ऐसी योजनाएं जिसमें कामगारों के लिए ही बनाई गयी है, जिससे उन्हें जागरूक करके अपने पाले में लाना आसान होगा. प्रदेश सरकार ने जन्म से लेकर पढ़ाई-लिखाई. शादी विवाह के लिए तमाम ऐसी योजनाएं बनायी जिनके जरिए श्रमिकों को लाभ हो रहा है. इन्हीं सब मुद्दों को चौपाल के जारिए भाजपा हर कामगार तक पहुंचाना चाह रही है.

भाजपा श्रम प्रकोष्ठ के संयोजक भूपेश अवस्थी ने बताया कि बताया कि 15 से 25 नवंबर तक एक हजार चौपाले प्रत्येक जिलों में लगाई जाएगी. यह संगठित क्षेत्रों में लगायी जाएगी, जो फैक्ट्री और प्रतिष्ठानों में चौपाले लगेगीं. इन चौपालों के माध्यम से केन्द्र और राज्य सरकर की योजनाएं के बारे में बताया जाएगा. राज्य में असंठित श्रमिकों की संख्या तकरीबन 7 करोड़ के आस-पास है, जिसमें से सवा करोड़ लोगों का पंजीकरण हो चुका है. संगठित मजदूरों की संख्या करीब एक करोड़ पांच लाख है. हलांकि इनकी संख्या अभी और अधिक होगी क्योंकि अभी इनमें से कुछ लोगों का पंजीकरण होना है. 25 नवम्बर से 30 नवम्बर सहभोज का कार्यक्रम असंठित कामगारों के बीच में होगा, जिसमें प्रदेश के बड़े नेता उनके साथ बैठक कर भोजन करेंगे. इसके अलावा दिहाड़ी मजदूरों के साथ सुबह चाय पर चर्चा का कार्यक्रम भी होगा. पार्टी ने संगठित और असंगठित क्षेत्रों के कामगारों के लिए बहुत काम किया है.

अवस्थी ने बताया कि संगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए उनके प्रतिष्ठान परिसर में तो असंगठित के लिए उनके कार्यस्थल पर ही चौपाल लगायी जाएगी. उन्होंने बताया कि हमारा मकसद है कि कामगारों को उनकी चल रही योजनाओं के बारे में जागरूकता आए. हर कार्यक्रम में एक सरकार और संगठन के लोग मौजूद रहेंगे. हमारा उद्देश्य है कि हर कार्यक्रम में नए लोगो को जोड़े. सहभोज कार्यक्रम सभी एक पत्रक दिया जाएगा, जिसमें केन्द्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियां होगी. इसके बाद हर जिलें में कुछ बड़े-बड़े सम्मेलन भी कराए जाने की योजना है.