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BJP विधायक ने लॉकडाउन तक त्यागा अन्न, कहा- गरीबों का पेट भरना जरूरी

विधायक शशांक त्रिवेदी ने कहा कि हमारे प्रदेश में बहुत सारे भूखे लोग आ रहे ऐसे में मेरे द्वारा छोड़ी गयी चीजें गरीबों के प्रयोग में आएंगी. इसीलिए मैंने अन्न छोड़ने का निर्णय लिया है.

Updated on: 04 Apr 2020, 02:02 PM

सीतापुर:

कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए इन दिनों लोग तरह-तरह से संघर्ष करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में सीतापुर (Sitapur) के महोली विधानसभा से भाजपा विधायक शशांक त्रिवेदी ने लॉकडाउन तक अन्न त्यागने की घोषणा की है. भाजपा विधायक शशांक ने बताया कि जो खाद्य पदार्थ जनता के लिए आसानी से सुलभ नहीं हैं, उनका मैंने लॉकडाउन तक यानी 14 अप्रैल तक परित्याग कर दिया है. उन्होंने बताया कि आलू, चीनी, केला, संतरा और भोजन को त्याग दिया है. हमारे प्रदेश में बहुत सारे भूखे लोग आ रहे ऐसे में मेरे द्वारा छोड़ी गयी चीजें गरीबों के प्रयोग में आएंगी. इसीलिए मैंने अन्न छोड़ने का निर्णय लिया है.

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विधानसभा को निधि से 1 करोड़ रुपये दिये 

उन्होंने आगे बताया कि यह छोटा सा प्रयास है. आसानी से सुलभ चीजें गरीबों तक पहुंचे इसी को देखते हुए इन्हें छोड़ दिया है. विधायक के अनुसार, उन्हें अपने पिता से यह प्रेरणा मिली है. उन्होंने कहा कि पिता जी ने प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर चावल छोड़ दिया था. ऐसे ही इस विपत्ति की घड़ी में मैंने ऐसा किया है. शशांक ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए अपनी विधानसभा को निधि से 1 करोड़ रुपये दिये हैं जो कि वायरस की रोकथाम और उपचार में सहायता करेगी.