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Coronavirus (Covid-19) : BJP विधायक ने संक्रमण के लिए मेडिकल कालेज को जिम्मेदार ठहराकर पैदा किया विवाद

भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने अलीगढ़ में कोविड-19 फैलने के लिए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज को जिम्मेदार ठहराकर विवाद पैदा कर दिया है.

Updated on: 28 Apr 2020, 01:14 PM

अलीगढ़:

भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने अलीगढ़ में कोविड-19 फैलने के लिए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज को जिम्मेदार ठहराकर विवाद पैदा कर दिया है. भाजपा विधायक दलवीर सिंह ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कालेज अस्पताल कोरोना वायरस का 'हब' बन गया है और अस्पताल ने कोविड-19के मरीजों के बारे में जिला प्रशासन को समय से अवगत नहीं कराया. उन्होंने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से इसकी जांच कराने की मांग की है. भाजपा नेता का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अस्पताल के चिकित्सक विधायक के बयान से हैरत में हैं.

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उनका कहना है कि ऐसे समय में जब चिकित्सक चौबीसों घंटे अपने जीवन को दांव पर लगाकर काम कर रहे हैं, इस बयान से उन्हें पीड़ा पहुंची है. उनका यह भी कहना है कि विधायक के बयान से यदि किसी चिकित्सक को किसी अप्रिय घटना का सामना करना पड़ता है तो इसके लिए विधायक और जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा. रेजीडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन ने इस संबंध में जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. एसोसिएशन के डा. हमजा मलिक ने कहा कि अस्पताल रोजाना लगभग ढ़ाई सौ मरीजों का मुफ्त परीक्षण कर रहा है .

नोएडा, आगरा, एटा, हाथरस, कासगंज, रामपुर, संभल, मुरादाबाद और बुलंदशहर सहित सात से अधिक जिलों के मरीजों की जांच के लिए यह अग्रिम मोर्चे का विशेष कोरोना अस्पताल है . उक्त पत्र की प्रतियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजी गयी हैं. डा. हमजा ने संवाददाताओं से कहा,‘‘ माननीय विधायक को शायद जानकारी नहीं है कि अस्पताल आने वाला संक्रमित व्यक्ति आसानी से वायरस फैला सकता है और इस बारे में किसी को पता भी नहीं लग सकता .’’ अस्पताल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमय) से संबद्ध है.

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एएमयू प्रशासन ने विधायक के बयान की आलोचना की है. एएमयू के प्रवक्ता एस किदवई ने मंगलवार को एक बयान में कहा ,‘‘अस्पताल प्रशासन मरीजों और चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है. हमने मेडिकल स्टाफ को पीपीई किट प्रदान की है और पिछले सप्ताह से हमने अस्पताल में किसी भी तरह का उपचार कराने आने वाले मरीज के लिए इसे अनिवार्य कर दिया है.’’ किदवई ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह निराधार है कि अस्पताल समय पर प्रशासन को सूचित नहीं कर रहा है. जांच मशीनें चौबीसों घंटे चल रही हैं और पहले ही दिन से जिला प्रशासन को हर दिन की रिपोर्ट दी जा रही है . इस बीच जिला प्रशासन ने सोमवार की शाम पुष्टि की कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या अब 24 हो गयी है.