केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 3 हिंदी बेल्ट के राज्यों में विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब उत्तर प्रदेश में दलित वोटों को रिझाने की कोशिश कर रही है. 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी की निगाहें दलित वोट बैंकों की सेंधमारी पर है. इसके लिए पार्टी ने लखनऊ में क्रांतिकारी और अंग्रेजों से लोहा लेने वाली ऊदा देवी पासी की 100 फीट की प्रतिमा लगवाने की घोषणा की है.
बीजेपी पासी समुदाय की क्रांतिकारी महिला ऊदा देवी के नाम पर पार्क और मेमोरियल बनाने की भी तैयारी में है. बीजेपी दावा कर रही है कि पार्टी सभी महापुरुषों और क्रांतिकारियों का सम्मान करती है, इसीलिए उदा देवी के नाम पर भी मूर्ति और स्मारक और पार्क बनाने की योजना है.
लखनऊ स्थित विश्वेश्वरैया हाल में 30 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के द्वारा पासी समाज की प्रतिनिधि बैठक संपन्न हुई थी. जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा मौजूद थे.
बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने लखनऊ में ऊदा देवी की 100 फीट की प्रतिमा बनाने की घोषणा करते हुए कहा, 'प्रतिमा के लिए लोहा इकट्ठा करने की जिम्मेदारी पासी समाज की है. मैं पासी समाज के लोगों से भाजपा को वोट देने का आह्वान करता हूं.'
बीजेपी के दावों पर विपक्ष निशाना साध रही है. विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी दलित विरोधी पार्टी है और अब मूर्ति के नाम पर दलित समाज को बरगलाने की कोशिश हो रही है,
लेकिन दलित समाज बीजेपी के झांसे में आने वाला नहीं है.
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लोकसभा चुनाव से पहले तेजी से बदलते सियासी समीकरण के बीच बीजेपी परेशान नजर आ रही है. प्रधानमंत्री के लिए 2019 का आसान दिखने वाला रण 3 राज्यों में हार के बाद अब मुश्किल होता नजर आ रहा है.
राज्य में बीजेपी की सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ की रैलियों में शामिल नहीं हुईं. वहीं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर लगातार योगी सरकार पर हमलावर रहे हैं.
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Source : News Nation Bureau