उत्तर प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जाति जनगणना को लेकर राज्यव्यापी अभियान शुरू करने वाली है. पार्टी इसके तहत खासकर मुस्लिम समुदायों के बीच जानकारी का उचित प्रचार-प्रसार करेगी. खुद अल्पसंख्यक मोर्चा ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने मुसलमानों से जनगणना फॉर्म में अपनी जाति का सही विवरण देने की है. अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता मुसलमानों से मौलवियों और विपक्षी दलों के नेताओं के बहकावे में भी न आने की अपील करेंगे, जो जाति के बजाय धर्म बताने के लिए उकसा रहे हैं.
प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने सरकार के कदम को ऐतिहासिक और क्रांतिकारी बताया. उन्होंने कहा कि आगामी जाति आधारित जनगणना के बारे में मुस्लिम समुदाय के बीच प्रचार-प्रसार करने के लिए प्रदेशव्यापी अभियान शुरू करेंगे.
ये जाति जनगणना है, धार्मिक जनगणना नहीं
कुंवर अली ने कहा कि कुछ कट्टरपंथी धार्मिक नेता मुस्लिमों को जाति के जगह इस्लाम लिखने के लिए भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे जनगणना का मूल उद्देश्य ही रद्द हो जाएगा. अली ने कहा कि लोगों को ये स्पष्ट करना होगा कि ये जाति जनगणना नहीं बल्कि धार्मिक जनगणना नहीं है. जाति संस्कृति का हिस्सा है, धर्म नहीं. उन्होंने मुसलमानों से किसी भी प्रकार के गलत सूचना के खिलाफ दृढ़ता से खड़े होने का आग्रह किया.
मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने का आरोप
उन्होंने कहा कि भारत में करीब 85 प्रतिशत मुस्लिम आबादी पसमांदा (पिछड़े और हाशिए पर पड़े) समुदायों की है. जाति जनगणना के आंकड़ों से बहुत ज्यादा लाभ होगा. अली ने विपक्षी दलों पर मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि देश के मुसलमानों ने इस बार उनकी चाल को भांप लिया है. वे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ है.
मुसलमानों में जनगणना का उत्साह
अली ने कहा कि जनगणना के लिए मुसलमानों में साफ उत्साह दिखाई दे रहा है. हाशिए पर पड़े समुदाय के उत्थान के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है. समावेशी विकास की दिशा में ये अहम कदम है.