logo-image

Gyanvapi परिसर को लेकर बड़ा खुलासा, मंदिर में भगवान शिव के निशान!

ज्ञानवापी के हिस्सों में भगवान शिव से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं. यहां पर कमल की कलाकृति मिली है

Updated on: 07 Aug 2023, 10:10 PM

highlights

  • साढ़े पांच घंटे की रिकॉर्डिंग में कई बड़े खुलासे हुए हैं
  • परिसर के हिस्सों में भगवान शिव से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं
  • परिसर की पीछे की दीवार हिंदू शैली में तैयार की हुईं लगती हैं

नई दिल्ली:

ज्ञानवापी एक मंदिर है या फिर मस्जिद इसको लेकर अदालत में मामला लंबित है. इसे लेकर हिंदू पक्षकार काफी दिनों से ये दावा कर रहे हैं कि म​स्जिद को मंदिर की जगह तैयार किया गया है. हालांकि अभी एएसआई (ASI) सर्वे जारी है. आज इसका पांचवा दिन था. इस बीच न्यूज नेशन ने पास एक एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है. ये मई 2022 का है. साढ़े पांच घंटे की रिकॉर्डिंग में कई बड़े खुलासे हुए हैं. इसमें परिसर के हिस्सों में भगवान शिव से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं. यहां पर कमल की कलाकृति मिली है.  दरअसल परिसर के पहले सर्वे की वीडियो रिकॉर्डिंग में बड़ा खुलासा हुआ है. परिसर के अंदर की रिकॉर्डिंग में कई ऐसे साक्ष्य सामने आए हैं जो दर्शाते हैं कि यह कभी मंदिर हुआ करता था.

जमीन पर पत्थर खंडित दिखाई दे रहे हैं

परिसर की ​दीवारों और खंभो पर फूल जैसी कलाकृतियां बनी हुई हैं. ये नागर शैली में हैं. जमीन पर पत्थर खंडित दिखाई दे रहे हैं. एक जगह पर पत्थर की शिलाएं भी सामने आई हैं. परिसर की दीवारों पर बनी शैलियों को छिपाने की कोशिश की गई है. इसे चूने से पेंट किया गया है. दीवारों पर स्वास्तिक के निशान देखे गए हैं. 

ये भी पढ़ें: Delhi Ordinance: राघव चड्ढा का केंद्र पर पलटवार, 'नेहरूवादी' बनने की बजाय 'आडवाणीवादी' बने

पश्चिमी दीवार पर घंटी की आकृतियां सामने आई हैं

परिसर की पीछे की दीवार हिंदू शैली में तैयार की हुईं लगती हैं. हिंदू पक्षकारों का दावा है कि मंदिर को औरंगजेब ने तोड़ दिया था. इसके बाद ऊपर से आंशिक रूप से मस्जिद का निर्माण कर दिया था. ज्ञानवापी परिसर की पश्चिमी दीवार पर घंटी की आकृतियां सामने आई हैं. कहीं श्री, ॐ आदि लिखे हुए हैं. वहीं मस्जिद की ओर मुंह किए हुए नंदी की विशाल मूर्ति भी है. यहां पर दीवार पर एक त्रिशूल का चिन्ह भी मिला है. इससे प्रतीत होता है कि यह शिव मंदिर था. हालांकि मुस्लिम पक्ष का कहना है कि ये चिन्ह नहीं बल्कि अल्लाह लिखा हुआ है.