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6 घंटे तक चलेगा राम मंदिर का भूमि पूजन, पीएम मोदी के अलावा इन मेहमानों को भी मिला न्यौता

राम मंदिर भूमि पूजन की तारीख अब धीरे-धीरे नजदीक आ रही है. भूमि पूजन की तारीख 5 अगस्त तय की गई है. पीएम मोदी भी इस समारोह में शामिल हो सकते हैं. हालांकि पीएमओ (PMO) की तरफ से पीएम मोदी के अयोध्या (Ayodhya) पहुंचने को लेकर कोई बयान अभी तक जारी नहीं किय

Updated on: 25 Jul 2020, 02:23 PM

अयोध्या:

राम मंदिर भूमि पूजन की तारीख अब धीरे-धीरे नजदीक आ रही है. भूमि पूजन की तारीख 5 अगस्त तय की गई है. पीएम मोदी भी इस समारोह में शामिल हो सकते हैं. हालांकि पीएमओ (PMO) की तरफ से पीएम मोदी के अयोध्या (Ayodhya) पहुंचने को लेकर कोई बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है. लेकिन इसको लेकर तैयारियां जोरों पर है. देश के प्रमुख धार्मिक स्थानों की मिट्टी और नदियों के जल पहाड़ों की मिट्टी मंगाई जा रही है. पीएम मोदी वैदिक रीति रिवाज से पूजा करेंगे. कार्यक्रम में अयोध्या और काशी के धार्मिक और वैदिक विद्वान और गणेश पूजन के साथ इन्हीं सामग्रियों से वैदिक रीति रिवाज से रामानंद परंपरा की पूजन परंपरा से पूजन और अनुष्ठान कराएंगे.

समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए कुछ खास लोगों को ही आमंत्रित किया जा रहा है. इसमें राम मंदिर आंदोलन से जुड़े भाजपा के कुछ शीर्ष नेता और विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उच्च पदस्थ लोग शामिल हैं. इसके अलावा अयोध्या की कुछ बड़े साधु संत और काशी और अयोध्या के वह धार्मिक और वैदिक विद्वान भी मौजूद रहेंगे. जो पूरे भूमि पूजन अनुष्ठान कार्यक्रम को विधि-विधान पूर्वक पूर्ण कराएंगे.

भूमि पूजन का कार्यक्रम लगभग 5 से 6 घंटे तक चलेगा. इसमें वह 2 घंटे बहुत महत्वपूर्ण होंगे, जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे. इसी के अनुसार पूरे भूमि पूजन कार्यक्रम को इस तरह आयोजित किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री जब अयोध्या राम जन्मभूमि परिसर पहुंचें तो उस समय भूमि पूजन अनुष्ठान का सबसे महत्वपूर्ण भाग संपन्न हो. भूमि पूजन कार्यक्रम की शुरुआत 5 अगस्त को सुबह 8 बजे से ही शुरू हो जाएगी, लेकिन लगभग 11 बजे इसका वह भाग शुरू होगा, जो पूरे अनुष्ठान का सबसे अहम चरण होगा. इसी समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन स्थल पर पहुंचेंगे.