उत्तर प्रदेश के बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान विभाग में नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान का विरोध लगातार जारी है. इस मामले में बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. मायावती ने ट्वीट करके कहा कि बनारस हिन्दू केन्द्रीय विवि में संस्कृत के टीचर के रूप में पीएचडी स्कालर फिरोज खान को लेकर विवाद पर शासन/प्रशासन का ढुलमुल रवैया ही मामले को बेवजह तूल दे रहा है। कुछ लोगों द्वारा शिक्षा को धर्म/जाति की अति-राजनीति से जोड़ने के कारण उपजे इस विवाद को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है.
बीएचयू द्वारा एक अति-उपयुक्त मुस्लिम संस्कृत विद्वान को अपने शिक्षक के रूप में नियुक्त करना टैलेन्ट को सही प्रश्रय देना ही माना जाएगा और इस सम्बंध में मनोबल गिराने वाला कोई भी काम किसी को करने की इजाजत बिल्कुल नहीं दी जानी चाहिए। सरकार इसपर तुरन्त समुचित ध्यान दे तो बेहतर होगा.
15 दिनों से पढ़ाई बंद
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में पिछले 12 दिनों से पठन-पाठन पूरी तरह से ठप हो रखा है. छात्र धरने पर बैठे हैं. छात्र संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉ फिरोज खान की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. छात्रों के बीच कई राउंड की बातचीत असफल हो चुकी है. छात्र यूनिवर्सिटी में ढोल-मजीरे के साथ धरना दे रहे हैं.
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इस बात पर भी संशय बना हुआ है कि मामला खत्म होगा. दरअसल, 5 नवंबर को कुलपति की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर डॉ फिरोज खान की नियुक्ति पर मुहर लगी थी. इस बात की जानकारी होते ही सात नवंबर से संकाय के गेट पर ताला लगा हुआ है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो