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सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक से पहले ही सदस्य दो फाड़, बोले मस्जिद के लिए नहीं चाहिए सरकारी जमीन

सुन्नी वक्फ की बैठक शुरू होने से पहले ही सदस्य दो फाड़ हो गए. बोर्ड के 2 सदस्यों ने इस बैठक का बहिष्कार कर दिया. इस सदस्यों का कहना है मस्जिद के लिए सरकारी जमीन नहीं लेनी चाहिए.

Updated on: 24 Feb 2020, 01:01 PM

लखनऊ:

सुन्नी वक्फ की बैठक शुरू होने से पहले ही सदस्य दो फाड़ हो गए. बोर्ड के 2 सदस्यों ने इस बैठक का बहिष्कार कर दिया. इस सदस्यों का कहना है मस्जिद के लिए सरकारी जमीन नहीं लेनी चाहिए. बोर्ड के सदस्य अब्दुल रज्जाक और इमरान माबूद ने इसका जमकर विरोध किया. बैठक जब शुरू हुई तो इसमें बोर्ड के 8 में से सिर्फ 6 सदस्य ही पहुंचे.

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बोर्ड के चेयरमैन ज़ुफर फारूकी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में अदनान फरूक शाह, जुनैद सिद्दीकी, सैयद अहमद अली, अबरार अहमद और जुनीद अहमद पहुंचे. बोर्ड के सदस्य अब्दुल रज़्ज़ाक खान और इमरान माबूद ने इस बैठक का बहिष्कार कर दिया.

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5 एकड़ जमीन पर नहीं बनी सहमति
5 एकड़ जमीन के मुद्दे पर अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि सरकार ने कोर्ट के आदेश के मद्देनजर सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने का फैसला किया है, कुछ ही दिन में मंदिर का शिलान्यास होगा और दूसरी तरफ 5 एकड़ जमीन में अगर वक़्फ़ बोर्ड मस्जिद और साथ मे किसी और चीज का निर्माण करता है तो ये साम्प्रदायिक सौहार्द का बड़ा कदम होगा. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड 5 एकड़ जमीन स्वीकार कर लेगा.